नई दिल्ली/पटना: राज्यसभा में राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि कोरोना काल में बहुत ही चिंताजनक खबर आई है. तीन करोड़ से अधिक राशन कार्ड कैंसिल किए गए हैं. जिसका कारण आधार से लिंक नहीं होना बताया गया. उन्होंने कहा कि आदिवासी और ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी अच्छी नहीं रहती है. इस कारण आधार से लिंक नहीं हो पाया होगा. राशन कार्ड कैंसिल होने से कई जगह से भुखमरी की भी खबर आई है.
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''हर तरह की सम्पदा होने के बाद भी देश में भुखमरी से लोगों की मौत हो रही है. ये बहुत ही चिंताजनक है. केंद्र सरकार से आग्रह है कि तकनीकी दिक्कतों को खारिज करते हुए 3 करोड़ से ज्यादा राशन कार्ड जो कैंसिल किए गए हैं, उसको बहाल किया जाए''- मनोज झा, राजद सांसद
'रद्द राशन कार्ड को बहाल करें सरकार'
राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि भोजन का अधिकार अधिनियम के तहत अलग-अलग राज्यों में नोडल ऑफिसर्स की बहाली होनी थी. अब तक किसी भी राज्य में नोडल ऑफिसर्स की बहाली नहीं हुई है. कई लोगों को एडिशनल चार्ज दे दिया गया, जिसमें अधिकांश लोग खाद्य विभाग से आ रहे हैं. मेरा आग्रह है कि केंद्र सरकार इस दिशा में भी कोई कदम उठाए.
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3 करोड़ से अधिक राशन कार्ड रद्द
बता दें कि देशभर में 3 करोड़ से अधिक राशन कार्ड इसलिए कैंसिल कर दिए गए क्योंकि वो आधार से लिंक नहीं थे. एक जनहित याचिका में ये बात सामने आई है. ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है और सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब तलब किया है. भुखमरी से कई लोगों की मौत की खबरें कुछ सालों में सामने आई हैं, जिसकी एक वजह राशन कार्ड का आधार से लिंक न होना बताया जाता है. राशन दुकानदार किसी भी वैसे व्यक्ति को राशन नहीं देते जिनका राशन कार्ड आधार से लिंक न हो.