पटना/सूर्यापेट: उन मांओं की हिम्मत का भी जवाब नहीं जो खुद कांटों का दर्द सहकर अपने बच्चों की राह में फूल बिछा रही हैं. उन मांओं ने कभी हार नहीं मानी और अपने बच्चे की दुनिया को उतना ही खूबसूरत बनाने की कोशिश की जैसी किसी भी दूसरे बच्चे की होती है. इन सब के बीच तेलंगाना के सूर्यापेट से मां-बेटे से जुड़ा चौंकाने वाला मामला सामने आया है.
लड़के को अस्पताल ने मृत घोषित किया
हैदराबाद से करीब 135 किमी. दूर सूर्यापेट में ब्रेन डेड होने के कारण एक लड़के को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया था. इसके बाद घरवाले उसे अंतिम संस्कार के लिए घर ले आए. घर के लाडले की चिता सजाई जा रही थी. घर में चीख पुकार मची थी. तभी ऐसा कुछ हुआ जिसे देख लोगों को अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ. मां की चीख पुकार सुन बेटे का दिल धड़कने लगा, सांस चलने लगी, उसके आंखों से आंसू बहने लगे.
इसके बाद घरवालों ने डॉक्टर को बुलाया, डॉक्टर ने जब लड़के की नब्ज चेक की तो पाया कि वह चल रही थी. इसके बाद लड़के को सूर्यापेट के अस्पताल ले जाया गया वहां उसका तीन दिनों तक इलाज चला और अब वो ठीक है.
लेकिन मां सैदम्मा रोती रही, घर में चीख-पुकार मची थी. घरवाले लड़के के अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगे. लेकिन मां को भरोसा था कि उसका बेटा लौट आएगा. मां बेटे के मृत शरीर के पास बेठकर रोने लगी. तभी मां की रोने की आवाज सुन उस बेटे के आंखों से भी आंसू बहने लगे. आसपास के लोग चमत्कार मान रहे है.