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अंतिम संस्कार के लिए सजाई जा रही थी चिता, मां की पुकार सुन जिंदा हुआ बेटा - बिहार न्यूज

एक ऐसा चमत्कार, जिसे सुनकर आप दंग रह जायेंगे. एक युवक को डाक्टरों ने ब्रेन डेड घोषित कर घरवालों को सौंप दिया, लेकिन बिलखते हुए मां ने जब बेटे को आखिरी बार आवाज दी, तो मां का रोना सुनकर मृत बेटे की आंख से आंसू बहने लगे.

Mother prayer
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Published : Jul 11, 2019, 10:48 AM IST

पटना/सूर्यापेट: उन मांओं की हिम्मत का भी जवाब नहीं जो खुद कांटों का दर्द सहकर अपने बच्चों की राह में फूल बिछा रही हैं. उन मांओं ने कभी हार नहीं मानी और अपने बच्चे की दुनिया को उतना ही खूबसूरत बनाने की कोशिश की जैसी किसी भी दूसरे बच्चे की होती है. इन सब के बीच तेलंगाना के सूर्यापेट से मां-बेटे से जुड़ा चौंकाने वाला मामला सामने आया है.

लड़के को अस्पताल ने मृत घोषित किया
हैदराबाद से करीब 135 किमी. दूर सूर्यापेट में ब्रेन डेड होने के कारण एक लड़के को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया था. इसके बाद घरवाले उसे अंतिम संस्कार के लिए घर ले आए. घर के लाडले की चिता सजाई जा रही थी. घर में चीख पुकार मची थी. तभी ऐसा कुछ हुआ जिसे देख लोगों को अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ. मां की चीख पुकार सुन बेटे का दिल धड़कने लगा, सांस चलने लगी, उसके आंखों से आंसू बहने लगे.
इसके बाद घरवालों ने डॉक्टर को बुलाया, डॉक्टर ने जब लड़के की नब्ज चेक की तो पाया कि वह चल रही थी. इसके बाद लड़के को सूर्यापेट के अस्पताल ले जाया गया वहां उसका तीन दिनों तक इलाज चला और अब वो ठीक है.

देखें वीडियो.
डॉक्टरों ने युवक को ब्रेन डेड किया था घोषितबता दें कि तेलंगाना के सूर्यापेट के पिल्लामैरी गांव के 8 साल के गंधम किरन को 26 जून को बुखार के साथ उलटी की शिकायत थी. इसके बाद गंधम को अस्पताल में भर्ती कराया गया. 28 जून को गंधम की तबीयत बिगड़ गई. उसके बाद घरवाले उसे निजी अस्पताल में ले गए. गंधम कोमा में चला गया. डॉक्टरों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया. और आखिर में घरवाले अपने ब्रेन डेड बेटे को लेकर घर आ गए.
Mother prayer
अपने बेटे के पास खड़ी मां.


लेकिन मां सैदम्मा रोती रही, घर में चीख-पुकार मची थी. घरवाले लड़के के अंत‍िम संस्कार की तैयारी करने लगे. लेकिन मां को भरोसा था कि उसका बेटा लौट आएगा. मां बेटे के मृत शरीर के पास बेठकर रोने लगी. तभी मां की रोने की आवाज सुन उस बेटे के आंखों से भी आंसू बहने लगे. आसपास के लोग चमत्कार मान रहे है.

पटना/सूर्यापेट: उन मांओं की हिम्मत का भी जवाब नहीं जो खुद कांटों का दर्द सहकर अपने बच्चों की राह में फूल बिछा रही हैं. उन मांओं ने कभी हार नहीं मानी और अपने बच्चे की दुनिया को उतना ही खूबसूरत बनाने की कोशिश की जैसी किसी भी दूसरे बच्चे की होती है. इन सब के बीच तेलंगाना के सूर्यापेट से मां-बेटे से जुड़ा चौंकाने वाला मामला सामने आया है.

लड़के को अस्पताल ने मृत घोषित किया
हैदराबाद से करीब 135 किमी. दूर सूर्यापेट में ब्रेन डेड होने के कारण एक लड़के को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया था. इसके बाद घरवाले उसे अंतिम संस्कार के लिए घर ले आए. घर के लाडले की चिता सजाई जा रही थी. घर में चीख पुकार मची थी. तभी ऐसा कुछ हुआ जिसे देख लोगों को अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ. मां की चीख पुकार सुन बेटे का दिल धड़कने लगा, सांस चलने लगी, उसके आंखों से आंसू बहने लगे.
इसके बाद घरवालों ने डॉक्टर को बुलाया, डॉक्टर ने जब लड़के की नब्ज चेक की तो पाया कि वह चल रही थी. इसके बाद लड़के को सूर्यापेट के अस्पताल ले जाया गया वहां उसका तीन दिनों तक इलाज चला और अब वो ठीक है.

देखें वीडियो.
डॉक्टरों ने युवक को ब्रेन डेड किया था घोषितबता दें कि तेलंगाना के सूर्यापेट के पिल्लामैरी गांव के 8 साल के गंधम किरन को 26 जून को बुखार के साथ उलटी की शिकायत थी. इसके बाद गंधम को अस्पताल में भर्ती कराया गया. 28 जून को गंधम की तबीयत बिगड़ गई. उसके बाद घरवाले उसे निजी अस्पताल में ले गए. गंधम कोमा में चला गया. डॉक्टरों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया. और आखिर में घरवाले अपने ब्रेन डेड बेटे को लेकर घर आ गए.
Mother prayer
अपने बेटे के पास खड़ी मां.


लेकिन मां सैदम्मा रोती रही, घर में चीख-पुकार मची थी. घरवाले लड़के के अंत‍िम संस्कार की तैयारी करने लगे. लेकिन मां को भरोसा था कि उसका बेटा लौट आएगा. मां बेटे के मृत शरीर के पास बेठकर रोने लगी. तभी मां की रोने की आवाज सुन उस बेटे के आंखों से भी आंसू बहने लगे. आसपास के लोग चमत्कार मान रहे है.

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