पटना: राजधानी पटना के मसौढ़ी अनुमंडल कार्यालय में शनिवार को अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण सतर्कता अनुश्रवण समिति की बैठक हुई. एसडीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में मसौढ़ी विधायक रेखा देवी, फुलवारी विधायक गोपाल रविदास, एएसपी और सभी थानों के पुलिस पदाधिकारी शामिल रहे. बैठक में थानेदारों के कम संख्या में शामिल होने पर चिंता जतायी गयी.
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दलितों-महादलितों को कैसे मिलेगा न्यायः अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण सतर्कता अनुश्रवण समिति की बैठक में विधायक गोपाल रविदास ने सवाल उठाते हुए कहा कि पूरे अनुमंडल में 60 मामले चार्जशीट को लेकर लंबित है. उन्होंने कहा कि थानेदार इस बैठक की उपेक्षा करते हैं, समाज के अंतिम पायदान में बैठे दलित-महादलित को कैसे न्याय मिलेगा. मामले में एएसपी शुभम आर्य ने आश्वस्त किया कि अगली मीटिंग में सभी थानेदार उपस्थित रहेंगे. जो भी केस पेंडिंग है उसका जल्दी ही निष्पादन होगा.
"जब भी बैठक होती है तो कई थानेदार अनुपस्थित रहते हैं. ऐसे में थानों में लंबित मामलों का जवाब कौन देगा, आज भी दलित-महादलित को हीन भावना से देखा जाता है."- रेखा देवी, मसौढ़ी विधायक
अनुपस्थित थानेदारों को होगा शोकॉज: अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अनुश्रवण समिति की अध्यक्षता कर रहे एसडीएम प्रीति कुमारी ने कहा कि बैठक से जो भी अनुपस्थित थानेदार हैं उन पर शॉकोज किया गया है. अगली मीटिंग में सभी थानेदार को उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा सभी थानेदारों को यह भी निर्देश दिया गया है कि एससी-एसटी मामले में गंभीर हों, नहीं तो उन पर एक्शन लिया जा सकता है.
नप के कार्यपालक पदाधिकारी को बुलाया जाएगाः इसके अलावा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को भी अगली मीटिंग में बुलाने का निर्णय लिया गया है ऐसा प्रायः देखा जाता है कि आज भी नाला साफाई के दौरान सफाई कर्मचारी को नाला में ही उतारा जाता है जो कि नियमतः गलत है. उनसे इस बारे में विचार विमर्श किया जाएगा.