पटना: राजधानी के राजाबाजार स्थित एक अस्पताल में कोरोना पीड़ित 45 वर्षीय महिला की मौत हो गयी है. बीती रात उन्होंने अंतिम सांस ली. बता दें कि पीड़िता की पुत्री ने हॉस्पिटल में इलाज के दौरान अपनी मां के साथ गलत काम किये जाने का आरोप लगाया था.
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जांच के लिए की थी पैरवी
इधर, राष्ट्रीय महिला आयोग ने महिला कोविड मरीज से कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की घटना की समयबद्ध जांच की पैरवी की थी. राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा ने बिहार के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कहा कि वह इस मामले का संज्ञान लें तथा जिला पुलिस अधिकारियों एवं अस्पताल को उचित दिशा-निर्देश दें. आयोग ने एक बयान में कहा कि महामारी के दौरान अस्पतालों में महिलाओं के साथ हो रहे अपराध को लेकर वह चिंतित है.
यह था मामला
राजधानी के एक बड़े निजी अस्पताल के आईसीयू में कोरोना से जंग लड़ रही महिला के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया गया था. महिला की बेटी के आरोप के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया. घटना की सूचना के बाद शास्त्रीनगर थाने की एक टीम अस्पताल पहुंची और महिला के परिजनों से पूछताछ की थी.
परिवार, हॉस्पिटल और पुलिस का यह था बयान
''सोमवार को जब मैं अस्पताल पहुंची, तो मां ने इशारों में बताया कि उसके साथ रविवार की रात गलत काम हुआ है. रात में मेरे घर जाने के बाद आईसीयू में 3 से 4 लोग घुस गए और मेरी मां के साथ इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया.''- महिला की बेटी
क्या कहना था अस्पताल प्रबंधन का?
अस्पताल प्रबंधन ने इस पूरे मामले को बेबुनियाद और झूठा बताया है.
''महिला की बेटी ने आरोप लगाया है कि उनके साथ दुर्व्यवहार हुआ है. जिसके बाद हमने इंटरनल टीम बनाई और जांच में ऐसा कुछ पाया नहीं गया. पुलिस जांच भी जारी है, लेकिन प्रारंभिक जांच में ऐसा कुछ नहीं पाया गया है.''- अस्पताल प्रबंधन
पुलिस का क्या कहना था?
जानकारी शास्त्रीनगर थाने को दी गई है. पुलिस आरोप के आधार पर जांच कर रही है. हालांकि, मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है.
''अभी आवेदन नहीं मिला है, आरोप लड़की के द्वारा लगाया गया है. अस्पताल के अंदर पूछताछ चल रही है. सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं.''- पटना पुलिस
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