पटनाः अपने बयानों के चलते सुर्खियां बटोरने वाले प्रशांत किशोर और पवन वर्मा अब पार्टी से अलग-थलग पड़ते दिख रहे हैं. जेडीयू की बैठक में दोनों नेताओं की गैर मौजूदगी से कई सवाल खड़े हो रहे हैं. बीजेपी ने दोनों नेताओं को नहीं बुलाए जाने पर खुशी जाहिर की है.
गठबंधन के खिलाफ कर रहे थे बयानबाजी
बीजेपी नेता और नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा है कि प्रशांत किशोर और पवन वर्मा लगातार गठबंधन के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे. ललन सिंह और आरसी सिंह ने नाराजगी भी जाहिर की थी. दोनों नेताओं को बैठक में नहीं बुलाकर पार्टी ने यह संदेश दे दिया कि उनका बयान व्यक्तिगत था. पार्टी से उसका कोई सरोकार नहीं था. वैसे भी नीतीश कुमार किसी को छोड़ते नहीं है.
प्रशांत किशोर को लेकर हो रही खूब चर्चा
बता दें कि प्रशांत किशोर और पवन वर्मा लगातार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के लाइन के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे. प्रशांत किशोर ने अमित शाह और नीतीश कुमार के खिलाफ भी ट्वीट किया था. दोनों नेताओं को जेडीयू की बैठक में नहीं बुलाया गया. जिसे लेकर बिहार की राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा हो रही है.
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प्रशांत किशोर को पार्टी से बाहर करने की मांग
वहीं, अब कई नेताओं नेताओं ने तो प्रशांत किशोर को पार्टी से बाहर करने तक की मांग कर दी है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नरायण सिंह ने भी कहा है कि जो पार्टी की धारा से अलग होकर बोलेगा, उसकी पार्टी में कोई जरूरत नहीं है. बहरहाल अब देखना ये है कि प्रशांत किशोर और पवन वर्मा को लेकर पार्टी क्या फैसला लेती है.