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'अग्निपथ' के विरोध में पटना में आइसा का आक्रोश मार्च, माले MLA संदीप सौरव समेत कई गिरफ्तार - अग्निपथ योजना के विरोध

बिहार के पटना में अग्निपथ योजना (agneepath protest live) के विरोध में आइसा के छात्रों ने आक्रोश मार्च (agneepath yojana protest) निकाला. जिसे पुलिस बल ने कारगिल चौक पर रोक दिया. छात्रों के समर्थन में पहुंचे पालीगंज विधायक संदीप सौरव ने कहा कि पुलिस लोकतांत्रिक तरीके से चल रहे विरोध प्रदर्शन को दबाने की कोशिश कर रही है. पढ़े पूरी खबर...

अग्नीपथ योजना
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Published : Jun 18, 2022, 2:09 PM IST

पटना: बिहार में अग्निपथ योजना (Agnipath Recruitment Scheme) को लेकर आइसा छात्र संगठन की ओर से पटना विश्वविद्यालय गेट से डाक बंगला चौराहा के लिए आक्रोश मार्च निकाला गया. जिसे कारगिल चौक पर सुरक्षा बल के जवानों ने रोक दिया. छात्रों की मांग है कि वह लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन (Agnipath Recruitment Army) कर प्रोटेस्ट मार्च निकालेंगे और डाक बंगला चौराहे तक जाएंगे. पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाया कि क्षेत्र में आगे आक्रोश मार्च निकालना प्रतिबंधित है. जिसके बाद पुलिसकर्मियों और छात्र नेताओं के बीच काफी तीखी बहस हुई. इस दौरान पालीगंज विधायक संदीप सौरव समेत आइसा के 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया.


यह भी पढ़ें: अग्निपथ स्कीम : CAPFs और असम राइफल्स भर्ती में अग्निवीरों को मिलेगा 10 फीसदी आरक्षण

माले विधायक का सरकार पर हमला: पालीगंज विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि उन लोगों ने बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से बिहार बंद का आज कॉल किया है. सरकार के खिलाफ प्रोटेस्ट शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है. देशभर के युवाओं को लोगों ने संदेश दिया है कि आप शांतिपूर्ण तरीके से लंबा आंदोलन चलायें. केंद्र सरकार की यह अग्नीपथ योजना न सिर्फ नौजवानों को भविष्य में बेरोजगार बनाएगी बल्कि यह देश की आंतरिक सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी खराब है.

माले विधायक ने कहा कि यह देश की सेना की अस्मिता के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि यह कानून केंद्र सरकार द्वारा बिना सोचे समझे लाया गया है. इस स्कीम (Agnipath scheme protest) को लाने से पहले किसी से कोई विचार-विमर्श नहीं किया गया. इस स्कीम में इतनी खामियां है कि केन्द्र सरकार को इसमें लगातार बदलाव करना पड़ रहा है. इस स्कीम को लाने के 2 दिन के भीतर ही उम्र में रिलैक्सेशन दिया गया. इसके ठीक बाद घोषणा की गई कि स्पेशल फोर्सेज में प्राथमिकता दी जाएगी. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर सरकार किस प्रकार की योजना लाती है कि योजना लाने के बाद लगातार उसमें बदलाव करने पड़ते हैं. आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार देश के नौजवानों को लेकर गंभीर नहीं (Agnipath recruitment new age limit) है. केंद्र की सरकार सेना के प्रति संवेदनशील भी नहीं है.

"शांतिपूर्ण तरीके से आज उन लोगों ने बंद का कॉल किया है. इसके तहत वह शांतिपूर्ण तरीके से प्रोटेस्ट मार्च कर रहे हैं, लेकिन प्रोटेस्ट मार्च को कारगिल चौक से आगे बढ़ने नहीं दिया जा रहा है. शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन को भी सरकार चलने नहीं दे रही है. ऐसे में वह आने वाले विधानसभा सत्र में इस सवाल को प्रमुखता से उठाएंगे और राज्य सरकार को मजबूर करेंगे कि राज्य सरकार केंद्र सरकार के ऊपर दबाव बनाए कि यह योजना वापस ले. बिहार के सर्वाधिक युवा सेना में नौकरी के लिए आश्रित हैं और सर्वाधिक सेना में बहाली बिहार के युवाओं की होती है. ऐसे में सरकार युवा हित में फैसला ले. जब तक यह अग्निपथ योजना वापस नहीं लिया जाता यह आंदोलन रुकने वाला नहीं है"- संदीप सौरभ, भाकपा माले विधायक, पालीगंज

पटना: बिहार में अग्निपथ योजना (Agnipath Recruitment Scheme) को लेकर आइसा छात्र संगठन की ओर से पटना विश्वविद्यालय गेट से डाक बंगला चौराहा के लिए आक्रोश मार्च निकाला गया. जिसे कारगिल चौक पर सुरक्षा बल के जवानों ने रोक दिया. छात्रों की मांग है कि वह लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन (Agnipath Recruitment Army) कर प्रोटेस्ट मार्च निकालेंगे और डाक बंगला चौराहे तक जाएंगे. पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाया कि क्षेत्र में आगे आक्रोश मार्च निकालना प्रतिबंधित है. जिसके बाद पुलिसकर्मियों और छात्र नेताओं के बीच काफी तीखी बहस हुई. इस दौरान पालीगंज विधायक संदीप सौरव समेत आइसा के 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया.


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माले विधायक का सरकार पर हमला: पालीगंज विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि उन लोगों ने बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से बिहार बंद का आज कॉल किया है. सरकार के खिलाफ प्रोटेस्ट शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है. देशभर के युवाओं को लोगों ने संदेश दिया है कि आप शांतिपूर्ण तरीके से लंबा आंदोलन चलायें. केंद्र सरकार की यह अग्नीपथ योजना न सिर्फ नौजवानों को भविष्य में बेरोजगार बनाएगी बल्कि यह देश की आंतरिक सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी खराब है.

माले विधायक ने कहा कि यह देश की सेना की अस्मिता के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि यह कानून केंद्र सरकार द्वारा बिना सोचे समझे लाया गया है. इस स्कीम (Agnipath scheme protest) को लाने से पहले किसी से कोई विचार-विमर्श नहीं किया गया. इस स्कीम में इतनी खामियां है कि केन्द्र सरकार को इसमें लगातार बदलाव करना पड़ रहा है. इस स्कीम को लाने के 2 दिन के भीतर ही उम्र में रिलैक्सेशन दिया गया. इसके ठीक बाद घोषणा की गई कि स्पेशल फोर्सेज में प्राथमिकता दी जाएगी. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर सरकार किस प्रकार की योजना लाती है कि योजना लाने के बाद लगातार उसमें बदलाव करने पड़ते हैं. आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार देश के नौजवानों को लेकर गंभीर नहीं (Agnipath recruitment new age limit) है. केंद्र की सरकार सेना के प्रति संवेदनशील भी नहीं है.

"शांतिपूर्ण तरीके से आज उन लोगों ने बंद का कॉल किया है. इसके तहत वह शांतिपूर्ण तरीके से प्रोटेस्ट मार्च कर रहे हैं, लेकिन प्रोटेस्ट मार्च को कारगिल चौक से आगे बढ़ने नहीं दिया जा रहा है. शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन को भी सरकार चलने नहीं दे रही है. ऐसे में वह आने वाले विधानसभा सत्र में इस सवाल को प्रमुखता से उठाएंगे और राज्य सरकार को मजबूर करेंगे कि राज्य सरकार केंद्र सरकार के ऊपर दबाव बनाए कि यह योजना वापस ले. बिहार के सर्वाधिक युवा सेना में नौकरी के लिए आश्रित हैं और सर्वाधिक सेना में बहाली बिहार के युवाओं की होती है. ऐसे में सरकार युवा हित में फैसला ले. जब तक यह अग्निपथ योजना वापस नहीं लिया जाता यह आंदोलन रुकने वाला नहीं है"- संदीप सौरभ, भाकपा माले विधायक, पालीगंज

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