पटना: कोरोना की रोकथाम को लेकर बिहार सरकार की ओर से विधायक और विधान पार्षदों की निधि से तीन करोड़ में से दो करोड़ की राशि खर्च करने का फैसला किया गया है. उसके बाद शेष 33% की राशि विधायक और विधान पार्षद अपने क्षेत्र में खर्च कर सकेंगे. वहीं अगर विधायक और विधान पार्षद कोरोना के निर्धारित कोष में उस राशि को देना चाहते हैं तो उसमें भी दे सकते हैं.
ये भी पढ़ें : खुशखबरी: कॉलेज स्टाफ के लिए सरकार ने जारी की वेतन और पेंशन की राशि
पिछले वर्ष खर्च की गई थी 50% राशि
नीतीश सरकार ने विधायकों और विधान पार्षदों को मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास निधि से मिलने वाली राशि को महामारी की रोकथाम के लिए खर्च करने का फैसला लिया है. विधायकों और विधान पार्षदों को बिहार में हर साल मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास के तहत 3 करोड़ की राशि मिलती है. पिछले साल भी 50% राशि कोरोना काल में लोगों की मदद के लिए खर्च की गयी थी.
इस साल भी एक बड़ा हिस्सा कोरोना की रोकथाम में खर्च होगी. इस बार योजना के तहत कुल 995 करोड़ राशि की निकासी की होगी. नियमों में वित्त विभाग द्वारा ढील भी दी गई है, उसके तहत अब चार महीने पर 33% की जगह पूरी राशि नियमानुसार खर्च करने की इजाजत दी गई है.
वित्त विभाग द्वारा जारी आदेश
वित्त विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि योजना विकास विभाग डिमांड ड्राफ्ट के जरिए इस मद में आवंटित राशि को बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के पीएल खाते में उपलब्ध कराया जाएगा. राज्य स्वास्थ समिति जरूरत के अनुसार राशि को कोरोना कोष के बैंक खाते में जमा करेगी.