हरिद्वार/ पटना: जेडीयू में नागरिकता संशोधन कानून-2019 (सीएए) और भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर जंग छिड़ी हुई है. जेडीयू के पूर्व राज्यसभा सांसद पवन वर्मा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नसीहत देते हुए सीएए का विरोध किया था, जिस पर जेडीयू नेता और बिहार सरकार में जल संसाधन मंत्री संजय झा का बयान आया है. मंत्री झा ने कहा कि पवन वर्मा जैसे नेता केवल राज्यसभा जाने के लिए ही पार्टी में रहते हैं, जबकि उनका न तो पार्टी से और न ही प्रदेश से कोई लेना-देना है. सीएए का सिर्फ राजनीतिक स्वार्थों के लिए ही विरोध किया जा रहा है. वहीं, संजय झा ने साफ किया है कि जेडीयू एनआरसी के पक्ष में नहीं है.
दरअसल, गुरुवार को बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा हरिद्वार स्थित मातृ सदन पहुंचे थे. जहां वे गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए अनशन पर बैठी साध्वी पद्मावती से मिले. इस दौरान मंत्री झा से पवन वर्मा के बयान को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पवन वर्मा पार्टी के बारे में क्या जानते हैं? और पार्टी में उनका क्या योगदान रहा है? उन्होंने पार्टी के लिए कुछ नहीं किया है.
मंत्री झा ने कहा कि देश में लोकतंत्र है कोई कुछ भी बोल सकता है. बिहार में नीतीश कुमार ने जेडीयू पार्टी को जन्म दिया है और 10 साल से वह बिहार में सरकार चला रहे हैं. नीतीश कुमार ने अपने खून पसीने से इस पार्टी को खड़ा किया है. जो लोग उनको प्रवचन दे रहे हैं उनका क्या मतलब है? वर्मा जैसे लोगों का बिहार की भावना से कोई मतलब नहीं है. उनमें राज्यसभा जाने की भावना जरूर रहती है. इनके अलावा हमारी पार्टी से उनका कोई मतलब नहीं.
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संजय झा ने कहा कि जेडीयू सीएए के समर्थन में है. इस कानून से किसी भी भारतीय की नागरिकता नहीं जाएगी, बल्कि यह नागरिकता देने वाला कानून है. उन्होंने कहा कि इस कानून का केवल राजनीतिक स्वार्थों के लिए विरोध किया जा रहा है.
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एनआरसी पर भी संजय झा ने साफ किया कि उनकी पार्टी एनआरसी के पक्ष में नहीं है और अभी तो एनआरसी कि देश में कोई बात ही नहीं है. यह पीएम मोदी ने भी साफ कह दिया है. उन्होंने एनपीआर पर कहा कि एमपीआर पर पार्टी में अभी विचार चल रहा है. जनसंख्या का रजिस्टर बनना चाहिए मगर अभी पार्टी देख रही है कि साल 2010 में हुई जनसंख्या के बाद 2020 में इसमें क्या क्या बदलाव आते हैं. जेडीयू 2020 में एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी और एनडीए 200 से ऊपर सीटें लेकर आएगी.
क्या है मामला
दिल्ली विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन को लेकर JDU के वरिष्ठ नेता पवन कुमार वर्मा ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए पार्टी प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा और CAA और NRC पर पार्टी की विचारधारा की स्पष्टता की मांग की.