पटना: बिहार के राजनीतिक दलों को कार्यकर्ताओं की याद सताने लगी है. नेता और कार्यकर्ताओं से मुलाकात का दौर शुरू हो गया है. एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहां जनता दरबार लगा रहे हैं, वहीं बीजेपी दफ्तर में भी 'सहयोग कार्यक्रम' की शुरुआत हो चुकी है. पंचायती राज विभाग के मंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने सोमवार को कार्यकर्ताओं से मिलकर उनकी शिकायतों का निपटारा किया.
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इस दौरान मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि पहले से ही हमारे दल में 'सहयोग कार्यक्रम' आयोजित होते रहे हैं, लेकिन महामारी के चलते कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि अब फिर से कार्यक्रम को शुरू किया जा चुका है. लोगों की जो भी शिकायत आती है, उसको संबंधित विभाग को भेज दिया जाता है.
'जो पंचायती राज से जुड़े मामले होते हैं, उसके लिए मैं स्वयं हूं. लेकिन जो संबंधित मंत्री और पदाधिकारी हैं, उनको हम सूचना देते हैं कि इसमें शीघ्र कार्रवाई की जाए"- सम्राट चौधरी, मंत्री, पंचायती राज विभाग
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सम्राट चौधरी ने कहा कि हमारी बीजेपी की कोशिश है कि आम लोगों की परेशानी का फौरन हल निकले. इसी सोच के साथ पार्टी कार्यालय में 'सहयोग कार्यक्रम' की शुरुआत की गई थी. हम इस मकसद में काफी हदतक सफल रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास जो भी शिकायत आती है, उसे संबंधित विभाग को भेजते हैं और अगर मामला मेरे विभाग का होता है तो उसका तत्काल निपटारा करते हैं.
इससे पहले ईटीवी भारत से बातचीत में बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने जनसंख्या नियंत्रण कानून पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून देश में लागू होना चाहिए. इस पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए. देश को इस कानून की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बिहार में नगर निकाय में यह कानून लागू है. पंचायतों में इसको लेकर कानून बनाएंगे भी तो लागू करने में कम से कम एक साल लग जायेगा. उन्होंने कहा कि पॉपुलेशन एक्ट पर तो सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही काम शुरू किया था. किसी भी मुद्दे पर एनडीए में कोई मतभेद नहीं है.