मुजफ्फरपुरः नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री के प्लॉट पर हुए शराब बरामदगी को लेकर उन्हें मंत्रिमंडल से फौरन बर्खास्त करने की मांग की है. इसपर बिहार की सियासत गरमा गई है. मंत्री रामसूरत राय ने तेजस्वी यादव पर पलटवार किया है.
"मुझपर लगे आरोप निराधार हैं. यह जांच का विषय है. नेता प्रतिपक्ष को जांच का इंतजार कर लेना चाहिए था. उन्हें मुजफ्फरपुर के कांग्रेस और आरजेडी नेताओं से स्थल निरीक्षण करा लेना चाहिए था कि परिसर मेरा था या नहीं. मेरा या मेरे परिवार का मामले से कोई लेना देना नहीं है."- राम सूरत राय, भूमि सुधार और राजस्व मंत्री, बिहार सरकार
'अपने पिता से जानकारी लें तेजस्वी'
भूमि सुधार और राजस्व मंत्री ने कहा कि शराब का मामला बोचहां थाना क्षेत्र का है जबकि मेरा घर अहियापुर थाना क्षेत्र में है. हमलोग कृष्ण के वंशज हैं और हम शराब नहीं अमृत बेचते हैं. उन्होंने तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे उनके परिवार के बारे में नहीं जानते लेकिन उनके पिता लालू प्रसाद याद सब जानते हैं. भूमि सुधार और राजस्व मंत्री ने कहा कि तेजस्वी को अपने पिता से जेल में जाकर उनके बारे में जानकारी ले लेनी चाहिए.
'दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई'
पूरे प्रकरण को लेकर बिहार सरकार के मंत्री रामसूरत राय ने एक बार फिर सफाई दी है. अपना पक्ष रखते हुए उन्होंने कहा कि अगर रामसूरत राय के भाई पर एफआईआर हुआ है तो वह इस्तीफा क्यों दें? मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि मामले में आरजेडी के लोग शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में जो कोई भी दोषी पाया जाता है उसके विरुद्ध निश्चित कार्रवाई होनी चाहिए.
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मंत्री से इस्तीफे की मांग
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री पर शराब बरामदगी होने पर विधानसभा में गंभीर आरोप लगाये थे. इसके बाद से वे लगातार मंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से राम सूरत राय को मंत्रिमंडल से फौरन बर्खास्त करने की मांग की.