पटनाः बिहार में बीजेपी कोटे के मंत्रियों की अधिकारी बात नहीं सुनते हैं. इस तरह की बात पहले भी कई मंत्री बोल चुके हैं. पिछले दिनों रामनारायण मंडल ने भी इस बात का जिक्र विभागीय कार्यशाला में किया था. लेकिन अब मंत्री का कहना है कि मैंने ऐसा नहीं कहा. सफाई देते हुए मंत्री ने कहा कि उन्होंने इस बात का जिक्र किया था कि अधिकारी यदि नहीं काम करेंगे तो उन पर कार्रवाई होगी. इस पर आरजेडी तंज कस रही है.
बिहार सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल लगातार इस बात का जिक्र करते रहे हैं कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं. मंडल यह भी कहते हैं कि जो अधिकारी काम नहीं करेंगे उन पर कार्रवाई भी होगी. पिछले दिनों कार्यशाला में रामनारायण मंडल ने इस बात का जिक्र किया था लेकिन अब अपनी बात से मुकर रहे हैं. राम नारायण मंडल का कहना है कि मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा था कि अधिकारी बात नही सुनते हैं. मैंने कहा था कि जो अधिकारी बैठक में नहीं आएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
अधिकारी नहीं सुनते विधायकों की बात
आरजेडी विधायक राहुल तिवारी का कहना है कि बिहार में अधिकारी न तो मंत्री की और न ही विधायकों की सुनते हैं. सीएम नीतीश कुमार ने सब कुछ अपने पास सेंट्रलाइज कर रखा है. और वो अधिकारियों के भरोसे ही सरकार चला रहे हैं. वहीं, बीजेपी के विधायक कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. विधायकों का कहना है कि मंत्री जी ही बताएंगे क्या कुछ कहा था.
कई मंत्री पहले भी जता चुके हैं नाराजगी
पहले भी कई बार इस तरह की खबरें आती रही है कि मंत्रियों की अधिकारी बात नहीं सुनते और सीधे मुख्यमंत्री को ही रिपोर्ट देते हैं. बीजेपी ही नहीं जेडीयू कोटे के मंत्रियों की भी इस तरह की शिकायत रही है. लेकिन रामनारायण मंडल के बयान पर बीजेपी के नेता कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.