पटना: बिहार विधानसभा का बजट सत्र (Budget Session of Bihar Assembly) के दौरान सोमवार को बिहार में मठ मंदिर के जमीन के अतिक्रमण का मामला उठा. जिसे बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने उठाया था और विधि मंत्री प्रमोद कुमार ने जवाब भी दिया. मंत्री प्रमोद कुमार (Minister Pramod Kumar) ने कहा कि सरकार गंभीर है और 24 हजार एकड़ जमीन को चिन्हित भी किया गया है. 4000 मठ मंदिर की पहचान की गई है, जो हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड के अधीन निबंधित है.
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बीजेपी मंत्री ने कहा कि पहली बार मुझे इस विभाग की जिम्मेवारी मिली है, इसलिए मैंने प्रमंडलीय स्तर पर और जिला स्तर पर बैठक की है. पहले अगर मौका मिला होता तो पहले ही काम हो गया होता. अब सभी की पैमाइश कर पिलर डालना है और इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को पार्टनर ट्रांसफर कर दिया है, जिसका वह जवाब देंगे कि क्या कर रहे हैं.
''सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि भगवान की संपत्ति का मालिक भगवान ही होंगे, जिन्होंने भी अवैध खरीद बिक्री कर रखी होगी, जब भगवान मालिक हो जाएंगे तो उनका स्वत: ही सब कुछ खत्म हो जाएगा. सेवादार हकदार नहीं होंगे वे सेवादार ही रहेंगे. ऐसे तो मठ मंदिर के जमीन का मामला पहले भी उठता रहा है लेकिन मेरे विधि मंत्री के रूप में पहली बार इस सवाल को लाया गया और मैंने जो काम किया है उसका जवाब दिया है.''- प्रमोद कुमार, विधि मंत्री
बता दें कि सदन में बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने मठ मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण का मामला (Encroachment on Math Temple Land) उठाया था. जिस पर विधि मंत्री प्रमोद कुमार ने जवाब दिया, लेकिन संजय सरावगी उससे संतुष्ट नहीं हुए. उन्होंने कहा कि रेलवे की तरह मठ और मंदिर की जमीन की भी घेराबंदी होनी चाहिए. इस पर विधि मंत्री प्रमोद कुमार ने जो जवाब दिया, उससे संजय सरावगी संतुष्ट नहीं हुए.
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