पटना : बीजेपी कोटे से मंत्री प्रमोद कुमार (Minister Pramod Kumar) ने द्रौपदी मुर्मू को लेकर तेजस्वी यादव के बयान पर कहा कि नेता प्रतिपक्ष (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) को अपनी मम्मी से पूछना चाहिए कि आखिर किस परिस्थिति में इतने बड़े सदन की भावना को अनदेखी कर उन्हें बिहार का मुख्यमंत्री बनाया गया. 'उनसे तो हंड्रेड नहीं सुपर हंड्रेड टाइम्स द्रौपदी मुर्मू बेटर हैं.' प्रमोद कुमार ने कहा कि समाज के सबसे निचले तबके का वह भी महिला का सशक्ति करण हो रहा है तो विपक्ष को पच नहीं रहा है, अपच हो रहा है, एजेंडा विहीन प्रोपेगेंडा कर रहा है.
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''सबसे बड़ी बात बाबा भीमराव अंबेडकर, राम मनोहर लोहिया और पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने कहा था कि समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति को सबसे शिखर पर पहुंचाना ही जनतंत्र की पैमाइश है और यही भारत को परम वैभव के शिखर पर ले जाएगा. उसी भावना को लेकर आदिवासी अनुसूचित जनजाति से आने वाली द्रौपदी मुर्मू जो शिक्षित हैं, राज्यपाल रही हैं, नगर काउंसलर से लेकर विधायक रही हैं. इतने जनतंत्र की यात्रा के बाद सर्वोच्च शिखर पर जा रही हैं जो समाज की अंतिम पायदान की महिला हैं तो बहुत लोगों को पच नहीं रहा है.''- प्रमोद कुमार, कानून मंत्री, बिहार सरकार
क्या कहा था तेजस्वी यादव ने?: दरअसल, शिवहर में तेजस्वी यादव से जब पत्रकारों ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सवाल पूछा था तो उन्होंने कहा था कि राष्ट्रपति भवन में हमें राष्ट्रपति बैठाना है, न की कोई मूर्ति. आरजेडी नेता ने कहा था कि आपने यशवंत सिन्हा को हमेशा सुना होगा लेकिन सत्ता पक्ष की राष्ट्रपति की उम्मीदवार को हमने कभी नहीं सुना है. वह जब से उम्मीदवार बनी हैं, एक भी प्रेस वार्ता नहीं की हैं.
हालांकि इस बयान के बाद तेजस्वी यादव सत्ता पक्ष के निशाने पर आ गए हैं. ''तेजस्वी यादव के घर में दो-दो मुख्यमंत्री रहे हैं. खुद डिप्टी सीएम रहे हैं और उसके बाद भी इस तरह का बयान कहीं से भी सही नहीं है. मैं उनके बयान की भर्त्सना करती हूं.'' श्रेयसी सिंह, बीजेपी विधायक
एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Presidential candidate Draupadi Murmu) पर दिए गए बयान को लेकर भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Choudhary on Nda Presidential Candidate) ने तेजस्वी यादव (RJD Leader Tejashwi Yadav) पर निशाना साधा है. अशोक चौधरी ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समाज से आती हैं और उनको मौका मिला है. इससे पहले वो राज्यपाल के रूप में काम कर चुकी हैं. जो रबर स्टाम्प बोलते है वो महिला विरोधी है.
मंत्री जीवेश मिश्रा ने तेजस्वी पर किया हमला: समाज के अंतिम व्यक्ति को देश के सर्वोच्च पद पर बैठाने का जो वक्त है इसपर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Minister Jivesh Mishra On Tejashwi Yadav) को ओछी राजनीति नहीं करनी चाहिए. तेजस्वी को द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में आना चाहिए था. जिस प्रकार से एनडीए ने फैसला लिया कई राज्यों के सीएम ने उसका समर्थन किया.
"विपक्ष का बयान कोई मायने नहीं रखता है. एक व्यक्ति अगर नहीं समझ सकता है कि एक महिला सृष्टिकर्ता है. भारत में महिला को अर्धनारीश्वर माना है, परमपूज्य माना है."- रेणु देवी, उपमुख्यमंत्री, बिहार
"एक आदिवासी महिला जो सर्वश्रेष्ठ विधायक का पुरस्कार जीत चुकी हो वह तेजस्वी यादव को मूर्ति नजर आती है और अपने घर की महिला जिसे शपथ ग्रहण कराने के लिए किसी और को शब्द पढ़ना पड़े तो वह विद्वान!! अनुसूचित जाति, जनजाति के विद्वान राष्ट्रपति भी बन जाए तो भी उनका अपमान."- संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी