पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र में आए दिन नए नए विवाद देखने को मिल रहे हैं. पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने अपने बर्ताव के लिए विधानसभा अध्यक्ष से माफी मांगी. वहीं, संसदीय कार्यमंत्री विजय चौधरी ने पूरी घटना पर सरकार की तरफ से खेद जताया. उन्होंने कहा कि आसन का सम्मान सबकी जिम्मेवारी है.
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पंचायती राज मंत्री और स्पीकर के बीच नोकझोंक
दरअसल, पूरा विवाद ऑनलाइन जवाब को लेकर हुआ था. बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी से कहा कि आपके विभाग का ऑनलाइन जवाब नहीं आया है. जिस पर मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि 16 में से 14 प्रश्न का उत्तर ऑनलाइन दिया गया है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि केवल 11 प्रश्न का उत्तर 9 बजे तक आया है.
सम्राट चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष को चेताया
पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष को चेताया और कह दिया कि व्याकुल मत होइये. इसके बाद अध्यक्ष विजय सिन्हा ने मंत्री को कहा कि ये शब्द वापस लीजिए, लेकिन मंत्री ने शब्द वापस नहीं लिया. विवाद इतना बढ़ गया कि अध्यक्ष ने 12 बजे तक के लिये सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी. ट
विवाद सुलझाने की कवायद
सम्राट चौधरी और विधानसभा अध्यक्ष के बीच विवाद को सुलाने की कोशिश में संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बीजेपी के मुख्य सचेतक सम्राट चौधरी से बात की. इस बीच विजय सिन्हा की जगह जदयू के नरेंद्र नारायण यादव ने अध्यक्ष की कुर्सी संभाली और विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई, लेकिन फिर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
सम्राट चौधरी ने स्पीकर से मांगी माफी
विधानसभा अध्यक्ष और सम्राट चौधरी के बीच विवाद को लेकर बैठकों का दौर अध्यक्ष के कक्ष में चलता रहा. उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, श्रवण कुमार, विजय चौधरी और प्रेम कुमार विवाद को सुलझाने की लगातार कोशिश करते रहे. इस बीच पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने अपने बर्ताव के लिए विधानसभा अध्यक्ष से माफी मांगी.