पटनाः लोक आस्था का महापर्व छठ (Chhath Festival) की तैयारी श्रद्धालु कई दिन पहले से ही शुरू कर देते हैं. जिला प्रशासन और सरकार भी छठ व्रतियों को सुविधा मुहैया कराने की तैयारी शुरू कर चुका है. गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन (Minister Nitin Naveen) और नगर आयुक्त हिमांशु कुमार गंगा घाटों का लगातार निरीक्षण कर रहे हैं.
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दीघा राजापुल के पास कई घाटों को बनाने का सिलसिला शुरू है. घाट तक पहुंच पथ भी बन रहा है. इसी कड़ी में बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन और नगर निगम के आयुक्त हिमांशु कुमार ने एनआईडी घाट से लेकर कलेक्ट्रिएट घाट तक का निरीक्षण किया. मंत्री और नगर निगम के अधिकारी ने घाटों को देख चिंता व्यक्त की.
गंगा नदी का जो जलस्तर है वो एनआईटी से लेकर कलेक्ट्रिएट घाट और बीच में पड़ने वाले मिश्री घाट, महेंद्रू घाट तमाम जितने भी घाट हैं, उस पर इस बार छठ पूजा करना बहुत मुश्किल है. गंगा का जलस्तर बढ़कर सीढियों तक पहुंच गया है. जिसका नतीजा है कि गंगा घाट की साफ सफाई में समस्या उत्पन्न हो रही है.
निरीक्षण के बाद पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि कई सालों से छठ पूजा के लिए महीनों पहले घाटों की तैयारी शुरू कर दी जाती है. लेकिन इस बार गंगा घाट तैयार करने के लिए निरीक्षण किया गया है. इस बार गंगा के जलस्तर बढ़े होने के कारण घाटों को तैयार करने में दिक्कत हो रही है. बहुत सारे घाटों पर दलदल की स्थिति बनी हुई है. कई घाटों के सीढ़ियों पर काई और गंदगी लगी हुई है .
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मंत्री नितिन नवीन ने लोगों से अपील की है कि लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा ज्यादातर लोग घरों पर करें. उन्होंने बताया कि छठ घाटों का निरीक्षण दो चार रोज बाद किया जाएगा. जैसे ही पानी सामान्य होगा तो उस घाटों को तैयार करवाया जाएगा. उन्होंने नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारियों को कई निर्देश दिए. गंगा के पानी में दुर्गा पूजा के समय में पूजा सामग्रियों को फेंका गया है उनकी साफ-सफाई को लेकर दिशा निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने बताया कि अगर पानी दीपावली तक कम होता है तो छठ व्रतियों के लिए घाट तैयार किया जाएगा. लेकिन इतना कहा जा सकता है कि इस बार गंगा का जलस्तर कम नहीं होगा, ऐसे में बहुत कम ही घाट को तैयार किया जाएगा.