पटनाः नियोजित शिक्षकों की हड़ताल के मामले को लेकर मंगलवार को बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. विपक्ष के इस हंगामे पर जेडीयू हमलावर हो गया है. सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि इन्हीं आरजेडी के नेताओं ने 2008 में नियोजित शिक्षकों को अयोग्य करार दिया था, उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए.
'नियोजित शिक्षक सरकार की पूंजी'
नीरज कुमार ने कहा कि हमारी सरकार ने शिक्षकों को नियोजन का अवसर दिया है. वो हमारी पूंजी हैं. हमें उनकी चिंता है. आरजेडी ने 2008 के अपने रिपोर्ट कार्ड में नियोजित शिक्षकों को अयोग्य बताया था. इसके लिए आरजेडी के कुनबे को माफी मांगनी चाहिए. वो इस पर अपना नजरिया पेश करें.
हड़ताल पर हैं शिक्षक
मंत्री ने कहा कि आरजेडी को केवल संपत्ति संग्रहण की चिंता है, जबकि हम रोजगार की चिंता करते हैं. सरकार ने शिक्षकों को बहाल किया है. सरकार को उनके सम्मान और सेवा शर्त की भी परवाह है. बता दें कि नियोजित शिक्षक अपने वेतनमान सहित तमाम मांगों को लेकर हड़ताल हैं. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने वेतन में सम्मानजनक वृद्धि का आश्वासन दिया है.