ETV Bharat / state

'BJP को बोलने की बीमारी हो गई है, मर्यादा और नियंत्रण की दिख रही कमी'- बिजेंद्र यादव

मंत्री बिजेंद्र यादव (Minister Bijendra Yadav) ने बीजेपी को नसीहत देते हुए कहा कि अगर कोई बात है तो आपस में बातचीत करनी चाहिए. बीजेपी को बोलेने की बीमारी हो गई है. बीजेपी की भी सरकार है तो किसे सुनाया जाता है?

Bijendra Yadav On BJP Leaders Statement
Bijendra Yadav On BJP Leaders Statement
author img

By

Published : Jul 21, 2022, 8:38 PM IST

पटना: बीजेपी नेताओं के बयानबाजी पर जदयू कोटे से ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव (Bijendra Yadav On BJP Leaders Statement ) ने कहा कि गठबंधन में मिल बैठकर फैसला लेना चाहिए. आरोप-प्रत्यारोप करना विपक्ष का काम है. यह परंपरा सही नहीं है. बिजेंद्र यादव ने कहा कि कोई भी मामला हो रूलिंग पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, पदाधिकारी, मुख्यमंत्री के साथ बैठकर बातचीत करें क्या होना चाहिए तय करें. सरकार में उनकी भी भागीदारी है. यह अच्छी चीजें नहीं है, बोलने की बीमारी हो गई है.

पढ़ें- पटना SSP पर कार्रवाई नहीं होने से BJP आग बबूला, पूरे मामले में 'सरकार' ने साधी चुप्पी

'बीजेपी को बोलने की बीमारी': बिजेंद्र यादव ने कहा कि पहले मर्यादा थी, नियंत्रण था लेकिन अब उसमें कमी दिख रही है. स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के समय कोआर्डिनेशन कमेटी बनती थी. अब तो केंद्र में भी कोआर्डिनेशन कमेटी नहीं है और बिहार में भी नहीं है. बिजेंद्र यादव ने कहा कि कोआर्डिनेशन कमेटी रहेगा तो समन्वय बनेगा आखिर आप किसको सुना रहे हैं.

"आपस में मिल बैठकर फैसला कीजिए. सरकार आपकी है. कैबिनेट की बैठक में भी सबकी सहमति से ही फैसला होता है. मुख्यमंत्री तो अकेले कर नहीं लेते हैं इसलिए पार्टियों के बीच चर्चा होनी चाहिए, समन्वय होना चाहिए."- बिजेंद्र यादव, ऊर्जा मंत्री, बिहार



मदरसे पर बयानबाजी : बता दें कि बिहार की राजनीति में मदरसे ( Political Wrangling In Bihar NDA Over Madrasa ) को लेकर पहले से ही उबाल है. इस मुद्दे को लेकर भाजपा नेता कई बार आक्रमक बयान दे चुके हैं. पार्टी नेता लगातार आरोप लगाते रहे हैं कि, मदरसे में आतंक ( BJP On Madrasa ) की पाठशाला चलाई जाती है. भाजपा नेताओं के बयान के बाद एनडीए में घमासान भी हो चुका है. इससे पहले भी बिहार में लगातार हो रहे बम धमाकों को लेकर भाजपा नेता और बिहार सरकार के वन पर्यावरण मंत्री नीरज बबलू ने मदरसे को मिल रहे आर्थिक सहायता पर सवाल खड़े कर चुके हैं. मंत्री ने कहा था कि, मदरसों में चल रहे गतिविधियों की जांच होनी चाहिए और जो आर्थिक सहायता मिल रही है उसकी भी जांच कराई जानी चाहिए.

पटना SSP के बयान पर बिहार में मचा राजनीतिक घमासान : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर उंगली उठी तो भाजपा खेमे में भूचाल मच गया. भाजपा के तमाम बड़े नेता मैदान-ए-जंग में कूद गए और एसएसपी पर कार्रवाई की मांग उठने लगी. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, सुशील मोदी, सम्राट चौधरी, हरी भूषण ठाकुर जैसे सरीखे नेता एसएसपी पर सीधे हमलावर हो गए. पटना एसएसपी पर कार्रवाई को लेकर भाजपा नेता आक्रमक हैं, हालांकि जदयू की ओर से कुछ नेता मैदान में आए और बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी साध रखी है. गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमला किसी भी सूरत में भाजपा को गवारा नहीं है. क्योंकि आरएसएस की बुनियाद पर ही भाजपा खड़ी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह. राजनाथ सिंह जैसे सरीखे नेता संघ से ही आए हैं. ऐसे में पार्टी नेता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छवि बिगाड़ने की कोई भी कोशिश बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है.




पटना: बीजेपी नेताओं के बयानबाजी पर जदयू कोटे से ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव (Bijendra Yadav On BJP Leaders Statement ) ने कहा कि गठबंधन में मिल बैठकर फैसला लेना चाहिए. आरोप-प्रत्यारोप करना विपक्ष का काम है. यह परंपरा सही नहीं है. बिजेंद्र यादव ने कहा कि कोई भी मामला हो रूलिंग पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, पदाधिकारी, मुख्यमंत्री के साथ बैठकर बातचीत करें क्या होना चाहिए तय करें. सरकार में उनकी भी भागीदारी है. यह अच्छी चीजें नहीं है, बोलने की बीमारी हो गई है.

पढ़ें- पटना SSP पर कार्रवाई नहीं होने से BJP आग बबूला, पूरे मामले में 'सरकार' ने साधी चुप्पी

'बीजेपी को बोलने की बीमारी': बिजेंद्र यादव ने कहा कि पहले मर्यादा थी, नियंत्रण था लेकिन अब उसमें कमी दिख रही है. स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के समय कोआर्डिनेशन कमेटी बनती थी. अब तो केंद्र में भी कोआर्डिनेशन कमेटी नहीं है और बिहार में भी नहीं है. बिजेंद्र यादव ने कहा कि कोआर्डिनेशन कमेटी रहेगा तो समन्वय बनेगा आखिर आप किसको सुना रहे हैं.

"आपस में मिल बैठकर फैसला कीजिए. सरकार आपकी है. कैबिनेट की बैठक में भी सबकी सहमति से ही फैसला होता है. मुख्यमंत्री तो अकेले कर नहीं लेते हैं इसलिए पार्टियों के बीच चर्चा होनी चाहिए, समन्वय होना चाहिए."- बिजेंद्र यादव, ऊर्जा मंत्री, बिहार



मदरसे पर बयानबाजी : बता दें कि बिहार की राजनीति में मदरसे ( Political Wrangling In Bihar NDA Over Madrasa ) को लेकर पहले से ही उबाल है. इस मुद्दे को लेकर भाजपा नेता कई बार आक्रमक बयान दे चुके हैं. पार्टी नेता लगातार आरोप लगाते रहे हैं कि, मदरसे में आतंक ( BJP On Madrasa ) की पाठशाला चलाई जाती है. भाजपा नेताओं के बयान के बाद एनडीए में घमासान भी हो चुका है. इससे पहले भी बिहार में लगातार हो रहे बम धमाकों को लेकर भाजपा नेता और बिहार सरकार के वन पर्यावरण मंत्री नीरज बबलू ने मदरसे को मिल रहे आर्थिक सहायता पर सवाल खड़े कर चुके हैं. मंत्री ने कहा था कि, मदरसों में चल रहे गतिविधियों की जांच होनी चाहिए और जो आर्थिक सहायता मिल रही है उसकी भी जांच कराई जानी चाहिए.

पटना SSP के बयान पर बिहार में मचा राजनीतिक घमासान : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर उंगली उठी तो भाजपा खेमे में भूचाल मच गया. भाजपा के तमाम बड़े नेता मैदान-ए-जंग में कूद गए और एसएसपी पर कार्रवाई की मांग उठने लगी. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, सुशील मोदी, सम्राट चौधरी, हरी भूषण ठाकुर जैसे सरीखे नेता एसएसपी पर सीधे हमलावर हो गए. पटना एसएसपी पर कार्रवाई को लेकर भाजपा नेता आक्रमक हैं, हालांकि जदयू की ओर से कुछ नेता मैदान में आए और बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी साध रखी है. गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमला किसी भी सूरत में भाजपा को गवारा नहीं है. क्योंकि आरएसएस की बुनियाद पर ही भाजपा खड़ी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह. राजनाथ सिंह जैसे सरीखे नेता संघ से ही आए हैं. ऐसे में पार्टी नेता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छवि बिगाड़ने की कोई भी कोशिश बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है.




ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.