पटना: जदयू की ओर से मसौढ़ी में आयोजित भीम संसद के आयोजन में भवन एवं निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने भी पहुंचे, जहां उन्होंने कहा कि भीम संसद के माध्यम से दलित और अनुसूचित जाति, जनजाति को गोलबंद और संगठित करने का काम किया जा रहा है, पार्टी पूरी तरह से संगठित होकर प्रदेश की सबसे बड़ी आबादी के लिए काम कर रही है. आगामी 26 नवंबर को पटना के वेटनरी मैदान में भीम संसद का कार्यक्रम किया जा रहा है. आप सभों को निमंत्रण देने आए हैं, भारी संख्या में वहां पर पहुंचकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करें.
"2005 से अब तक नीतीश सरकार ने समाज के सबसे नीचे पायदान पर रहने वालों के लिए काम किया है, उनके उत्थान के लिए सरकार में अलग से विभाग का प्रावधान किया गया, एससी एसटी को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की हर मुमकिन कोशिश की है, आजादी के 76 सालों तक समाज के अंतिम पायदान पर गुजर बसर करने वालों को अधिकार नहीं मिला था. केंद्र सरकार जो आरक्षण को खत्म करने की साजिश कर रही है, उनकी साजिश नाकाम होगी"- अशोक चौधरी, मंत्री
'सबको एकजुट होने की जरूरत': वहीं एमएलसी संजय कुमार ने कहा कि बाबा साहब के आदर्शों को हम सभी आत्मसात कर संविधान में समाज के दबे कुछ लोगों के लिए उनके अधिकारों के लिए यह लड़ाई है, ऐसे में केंद्र सरकार की चल रही आरक्षण खत्म करने की साजिश का जवाब देना है, जिसको लेकर सबको एकजुट होने की जरूरत है. भीम सांसद तो एक शुरुआत है यह लड़ाई लंबी चलेगी.
भीम संसद में कई दिग्गज हुए शामिलः दरअसल जदयू की ओर से पूरे सूबे में भीम संसद का आयोजन किया जा रहा है. इसी क्रम में मसौढ़ी के घोरहुआ गांव में भीम संसद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, कार्यक्रम में बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, जदयू के एमएलसी संजय कुमार सिंह के अलावा कई दिग्गज शामिल हुए. जहां मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने इस प्रदेश में एससी एसटी के साथ अति पिछड़ा महिलाओं को आरक्षण देने का काम किया है.
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