पटना: बिहटा थानाक्षेत्र का बिंदौल गांव शुरू से ही अवैध बालू माफियाओं के कारनामों से जाना जाता रहा है. इस गांव के बालू माफिया अवैध बालू खनन और भंडारण करने के लिए प्रचलित है और इसके लिए वो हथियार के बल पर कभी भी किसी की भी जमीन जबरन कब्जा कर लेते हैं. साथ ही जब लोग विरोध करते हैं तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाती है.
हथियार के बल पर पुश्तैनी जमीन पर कब्जा
बिंदौल गांव में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. गांव के बिंदेश्वर सिंह ने आरोप लगाया है कि गांव के ही अरविंद सिंह, पिंटू सिंह और नागेश्वर सिंह ने हथियार के बल पर उनकी पुश्तैनी जमीन पर कब्जा कर लिया है. जब इसका विरोध किया तो उनके पूरे परिवार को जान से मारने को धमकी दी जाने लगी. पीड़ित बिंदेश्वर सिंह और उनके बेटे सोनू कुमार सिंह ने आरोपी अरविंद, पिंटू और नागेश्वर के खिलाफ बिहटा थाना में कांड संख्या 937/19 के तहत केस दर्ज करा दिया है.
'पूरे परिवार पर जान का खतरा'
पीड़ित अरविंद सिंह ने बताया कि केस हटाने के लिए आरोपियों की ओर से दबाव बनाया जाने लगा. हथियार के बल पर घर में घुसकर गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी भी दी गई. साथ ही बिंदेश्वर सिंह ने कहा कि हथियार के बल पर लोगों को डरा-धमका कर उनकी जमीन हड़पना इनका पुराना पेशा है. हड़पे हुए जमीन का इस्तेमाल ये लोग बालू के अवैध भंडारण के लिए करते हैं. उन्होंने कहा कि मेरी भी जमीन इन लोगों ने जबरन हथिया रखी है. अब मामला पुलिस प्रशासन के पास जाने से मेरे पूरे परिवार पर जान का खतरा बना हुआ है. बिंदेश्वर सिंह ने पुलिस प्रशासन से मामले में जल्द कार्रवाई करते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है.
'हर दूसरा व्यक्ति गुंडागर्दी से परेशान'
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि बिंदौल गांव के रहने वाले, अरविंद सिंह, नागेश्वर सिंह, पिंटू सिंह और उनके गिरोह के लिए किसी की हत्या कर देना और अक्सर गैर लाइसेंसी हथियार के साथ बालू घाटों पर अवैध खनन कराना इनके लिए आम बात है. लोगों का कहना है गांव का हर दूसरा व्यक्ति इनके गुंडागर्दी से परेशान है. जब पुलिस के पास जाओ तो कार्रवाई नहीं होती. जिससे इनका मनोबल और बढ़ जाता है. उनका कहना है कि बालू के अवैध खनन और अवैध भंडारण के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं.
'मामले में कोई जानकारी नहीं'
मामले में दानापुर एएसपी अशोक मिश्रा ने ये कहते हुए कि उनके पास अभी इस मामले में कोई जानकारी नहीं आई है मामले से पल्ला झाड़ लिया. गौरतलब है कि कुछ महीने पहले इसी गांव में अवैध बालू को भारी वाहनों में भरकर ले जाने के लिए रास्ते के विवाद में एक दलित की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद से इस गांव के लोग और भी ज्यादा डरे सहमे हैं क्योंकि, उस मामले में भी पुलिस ज्यादा कुछ नहीं कर पाई है.