पटना : देश में कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. एक ओर लोग जान गंवा रहे हैं तो दूसरी ओर रोजगार भी छीन रहा है. इसके चलते प्रवासी मजदूरों के घर लौटने का सिलसिला जारी है. मंगलवार को पटना जंक्शन पर स्पेशल ट्रेन पहुंची तो सैकड़ों की संख्या में गुजरात से आये मजदूर उतरे. इन मजदूरों से ईटीवी भारत ने बातचीत की.
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कोरोना के चलते लॉकडाउन में जीवन मुश्किल
कोरोना की दूसरी लहर के बाद प्रवासी मजदूरों के लौटने का सिलसिला जारी है. कई राज्यों में कोरोना के मामले अभी भी ज्यादा हैं. जिस राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले सबसे ज्यादा हैं, वहां से प्रतिदिन मजदूर अपने घर लौट रहे हैं. महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, मध्यप्रदेश के बाद अब गुजरात से भी मजदूरों का आने का सिलसिला शुरू हो गया है. मजदूरों का कहना है कि कोरोना के चलते लागू लॉकडाउन में जीवन मुश्किल हो गया है.
लॉकडाउन से कारखाने हुए बंद
बड़हरिया के रहने वाले साकिर ने बताया कि गुजरात में लॉकडाउन लग गया है. कारखाने बंद हो गए हैं. जिस वजह से वे अपने घर लौट रहे हैं. उन्होंने कहा यहीं पर जो भी रोजगार मिलेगा, उसी से घर परिवार चलायेंगे.
'गुजरात की स्टील फैक्ट्री में काम करके महीने का 10 से 12 हजार रुपये कमाते थे. लेकिन कोरोना की वजह से काम बंद होने के कारण घर लौट रहे हैं.' :- साकिर, प्रवासी मजदूर
वैशाली के रहने वाले श्रीराम कुमार ने बताया कि गुजरात के जिस इलाके में वह रहते थे, वहां पर कोरोना के मामले कम थे. उनका काम-धंधा चल रहा था लेकिन पहले जैसी स्थिति नहीं थी. कई मजदूरों ने बताया कि जिस तरह के हालात बन रहे हैं. ऐसे में अगर वहां फंस जाते तो फिर घर आने में काफी परेशानी होती.
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17 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का परिचालन
बता दें कि दूसरे प्रदेशों से लौटने वाले यात्रियों की संख्या को देखते हुए मुंबई, अहमदाबाद, सूरत आदि स्टेशनों से पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, दानापुर, बरौनी सहित अन्य स्टेशनों के लिए वर्तमान में जो ट्रेनें चलाई जा रही रही हैं उनमें भीड़ को देखते हुए 17 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों के फेरों में वृद्धि कर दी गयी है.