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पटना: हजारों की संख्या में महाराष्ट्र से लौट रहे मजदूर, रोजगार का सता रहा डर

महाराष्ट्र से हजारों की संख्या में मजदूर बिहार लौट रहे हैं. लेकिन मजदूरों को अब रोजगार का डर सता रहा है. उनका कहना है कि बिहार सरकार उन्हें रोजगार मुहैया करवाये.

migrant labour returning
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Published : Apr 29, 2021, 4:42 PM IST

पटना: बिहार में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. कई राज्यों में लॉकडाउन भी लगाया गया है. जिसकी वजह से मजदूर अपने घर लौट रहे हैं. देश के कई हिस्सों में स्थिति काफी चिंताजनक है. खास करके महाराष्ट्र से सबसे ज्यादा मजदूर प्रतिदिन हजारों की संख्या में बिहार पहुंच रहे हैं.

ये भी पढ़ें: पटना: हार्डिंग रोड में 70 बेड का बनाया गया आइसोलेशन सेंटर, खास लोगों का होगा इलाज
ईटीवी भारत की टीम ने कई श्रमिक से पटना जंक्शन पर बात की. कटिहार जिले के रहने वाले आजाद ने बताया कि वह मुंबई में वेल्डिंग का काम करते हैं. प्रतिदिन पांच से 700 रुपये वह कमा लेते थे. लेकिन अब काम मुंबई में नहीं चल रहा है. जहां वह काम करते हैं, वहां पर अपने रूम से आने-जाने में भी काफी दिक्कत हो रही थी.

migrant labour returning
यात्रियों की जांच करते कर्मी


मुंबई से लौट रहा हूं. वहां फर्नीचर की दुकान में काम करता था. एक महीने से हालात काफी खराब हो गये हैं. जिसकी वजह से सभी दुकानें बंद हो गई. रोजी-रोजगार के साधन ठप हो गये हैं. यहां पर बिहार सरकार के पास कोई साधन उपलब्ध नहीं है कि यहां पर रोजगार मुहैया करायी जाए. घर पर बैठेंगे, ऊपर वाले की मर्जी अब, जो होगा जैसे चलेगा, देखा जाएगा- ओमप्रकाश, मजदूर

migrant labour returning
जानकारी देते मजदूर

ये भी पढ़ें: डर के साये में काम कर रहे हैं रेलवे कर्मचारी, कोरोना से बचाव तो छोड़िए हाथ धोने तक की नहीं है व्यवस्था

पटना जंक्शन पर कोरोना जांच
पटना जंक्शन पर जिला स्वास्थ समिति की तरफ से दूसरे राज्यों से लौट रहे मजदूरों की जांच की जा रही है. पटना जंक्शन के गेट नंबर 3 के पास कोविड जांच के बाद उनको रेल परिसर से जाने दिया जाता है.

पटना: बिहार में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. कई राज्यों में लॉकडाउन भी लगाया गया है. जिसकी वजह से मजदूर अपने घर लौट रहे हैं. देश के कई हिस्सों में स्थिति काफी चिंताजनक है. खास करके महाराष्ट्र से सबसे ज्यादा मजदूर प्रतिदिन हजारों की संख्या में बिहार पहुंच रहे हैं.

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ईटीवी भारत की टीम ने कई श्रमिक से पटना जंक्शन पर बात की. कटिहार जिले के रहने वाले आजाद ने बताया कि वह मुंबई में वेल्डिंग का काम करते हैं. प्रतिदिन पांच से 700 रुपये वह कमा लेते थे. लेकिन अब काम मुंबई में नहीं चल रहा है. जहां वह काम करते हैं, वहां पर अपने रूम से आने-जाने में भी काफी दिक्कत हो रही थी.

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यात्रियों की जांच करते कर्मी


मुंबई से लौट रहा हूं. वहां फर्नीचर की दुकान में काम करता था. एक महीने से हालात काफी खराब हो गये हैं. जिसकी वजह से सभी दुकानें बंद हो गई. रोजी-रोजगार के साधन ठप हो गये हैं. यहां पर बिहार सरकार के पास कोई साधन उपलब्ध नहीं है कि यहां पर रोजगार मुहैया करायी जाए. घर पर बैठेंगे, ऊपर वाले की मर्जी अब, जो होगा जैसे चलेगा, देखा जाएगा- ओमप्रकाश, मजदूर

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जानकारी देते मजदूर

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पटना जंक्शन पर कोरोना जांच
पटना जंक्शन पर जिला स्वास्थ समिति की तरफ से दूसरे राज्यों से लौट रहे मजदूरों की जांच की जा रही है. पटना जंक्शन के गेट नंबर 3 के पास कोविड जांच के बाद उनको रेल परिसर से जाने दिया जाता है.

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