पटनाः प्रवासी मजदूरों का बिहार आने का सिलसिला नहीं थम रहा है. पटना जंक्शन पर भागलपुर लोकमान्य तिलक स्पेशल ट्रेन से बड़ी संख्या में मजदूर दूसरे राज्यों से वापस लौट रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि वे फिर से लॉकडानउन का दर्द नहीं सहना चाहते हैं. इसलिए समय रहते अपने घर वापस लौट रहे हैं.
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'घर लौटना मजबूरी'
महाराष्ट्र से लौटे यात्रियों ने बताया कि वहां कोरोना ने काफी भयावह रूप ले लिया है. सरकार ने सख्ती बढ़ा दी है. कल कारखाने बंद हो गए हैं. लोगों का रोजगार छीन गया है. ऐसे में लोगों ने घर लौटना ही बेहतर समझा. यात्रियों ने कहा कि घर पर ही रहकर खेती करेंगे और परिवार के साथ रहेंगे. क्योंकि उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या सबसे बड़ी है.
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'कल कारखाने हुए बंद'
वापस लौटे श्रमिक इकबाल ने बताया कि महाराष्ट्र में कल कारखाने बंद हो गए हैं. उसका रोजगार चला गया. घर में शादी भी है. इस कारण से वह घर लौटना पड़ा. वहीं भागलपुर के रहने वाले भोलू ने बताया कि मुंबई में वैसे तो रोज 5 सौ से 6 सौ रूपया कमा लेते थे. लेकिन कारखाना बंद होने के बाद बहुत दिक्कतें होने लगी. इस कारण वह अपने घर को लौटना पड़ा.
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'लॉकडाउन का दर्द नहीं झेलना चाहते मजदूर'
पिछले साल लॉकडाउन लगने के बाद 20 लाख से ज्यादा लोगों ने घर वापसी की थी. इस बार लॉकडाउन नहीं लगा है लेकिन मजदूरों को इस बात का सबसे ज्यादा डर है कि आने वाले दिनों में शायद लॉकडाउन लग जाएगा लिहाजा रोज सैकड़ों की संख्या में लोग बिहार वापस लौट रहे हैं. कुल मिलाकर कहें तो दूसरे राज्यों में रहकर कमाई करने वाले प्रवासी मजदूर फिर से लॉकडाउन का दर्द नहीं झेलना चाहते हैं. ये अलग बात है कि पीएम मोदी ने देश को लॉकडाउन से बचाने की बात कही हो.