पटना: कोरोना महामारी को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग काफी सजग और सतर्क है. कोरोना मरीजों की इलाज को लेकर पर्याप्त व्यवस्थाएं की जा रही हैं. जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए दवाइयों की कमी नहीं हो, इसको लेकर प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने एक बैठक की. जिसमें दवाइयों की कालाबाजारी करने पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए.
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प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह, पटना ड्रग इंस्पेक्टर, सभी प्रमुख दवा दुकानदारों, कंपनी, डिस्ट्रीव्यूटर और ड्रग एसोशिएशन के साथ की. इस दौरान उन्होंने दवाइयों की आपूर्ति और स्टॉक से संबंधित कई दिशा-निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए प्रयोग में आने वाली बेसिक दवाइयों की जानकारी ली.
प्रमंडलीय आयुक्त को दी गई जानकारी
बैठक में प्रमंडलीय आयुक्त को बताया गया कि बेसिक दवाइयों और उपकरण में एजिथरल, फेबिकुल्यू, ऑक्सी मीटर, एन्हेलर और सभी प्रकार के विटामिन्स की दवाओं की जरूरत पड़ती है. इन दवाओं की मांग अधिक है. वहीं, लोग अनावश्यक रूप से भी इन दवाइयों को खरीद रहे हैं.
दवा की आपूर्ति बढ़ाने के निर्देश
इसके बाद प्रमंडलीय आयुक्त ने लोगों को दवा लेने में किसी प्राकर की कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए सभी दवा दुकान खुला रखने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने कोविड की बेसिक दवाओं की उपब्धता और आपूर्ति करने का निर्देश दिया. सभी दुकानदार को प्रशासन का पूर्ण सहयोग मिलने का भी आश्वासन दिया. वहीं, प्रमंडलीय आयुक्त ने सभी मेजर उत्पादकों को दवा की आपूर्ति बढ़ाने को कहा है.
दवा की उपलब्धता का सर्वे करने का निर्देश
बैठक में प्रमंडलीय आयुक्त ने जिलाधिकारी को टीम बनाकर विभिन्न दवा दुकानों में दवा की उपलब्धता का सर्वे करने का निर्देश दिया. वहीं, रेमडेसिवीर इंजेक्शन की आपूर्ती पर भी निगरानी रखने को कहा.