पटना: स्वच्छ भारत मिशन (Swachh Bharat Mission) के तहत गांव-गांव में स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है, लेकिन पूरे अभियान को आइना दिखा रहा है मसौढी प्रखंड का चेथौल पोखर गांव. यहां की आबादी तकरीबन 400 से अधिक है. इस गांव के लोग तकरीबन 20 साल से नाली पानी की निकासी से निजात दिलाने को लेकर लगातार स्थानीय प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं. इसके बावजूद अभी तक इस समस्या का निदान नहीं (Chethaul Pokhar villager upset due to water logging) हो पाया है.
इस गांव के बीच में पानी जमा है. इसके दुर्गंध से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. अब पानी सड़कर दुर्गंध फैलने लगा है और महामारी फैलने की आशंका से लोग डरे हुए हैं. आने-जाने में भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों की मानें तो घर के नाली का पानी घरों में गड्ढा खोदकर रखते हैं. गांव के आसपास चारों तरफ पानी जम गया है. ऐसे में हर तबका परेशान है.
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मसौढ़ी प्रखंड के चेथौल पोखर गांव में नाली पानी की निकासी से निजात दिलाने को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि जीपीडीपी योजना 2022 के अंतर्गत सभी पंचायत के प्रतिनिधियों को कहा गया है अपने-अपने पंचायत में मुखिया इसे योजना में शामिल करेंगे और कार्य करेंगे.
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