पटना: बिहार में एक बार फिर से अधिकांश नदियां उफान पर हैं. गंगा, घाघरा, कोसी, गंडक, महानंदा, बागमती और बूढ़ी गंडक जैसी नदियों के जलस्तर में लगातार इजाफा हो रहा है. कई स्थानों पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर (Rivers Above Danger Mark) बह रही है.
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केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) के अनुसार पटना जिले के गांधी घाट में गंगा नदी का जलस्तर 12 सेंटीमीटर नीचे है. इसके जलस्तर में 14 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है. पटना जिले के हाथीदह में भी गंगा का जलस्तर 51 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 9 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है.
भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से एक सेंटीमीटर नीचे है. जबकि कहलगांव में 83 सेंटीमीटर ऊपर और साहिबगंज में 112 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, फरक्का में भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है.
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खगड़िया में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 114 सेंटीमीटर ऊपर है. मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 117 सेंटीमीटर ऊपर है. खगड़िया जिले के बलतारा में कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 180 सेंटीमीटर ऊपर है. कटिहार जिले के कुरसेला में कोसी नदी का जलस्तर 91 सेंटीमीटर ऊपर है. मधुबनी जिला के झंझारपुर में कमला बलान नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 17 सेंटीमीटर ऊपर है. आपको बताएं कि रविवार को दीघा घाट पर गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 49.50, गांधी घाट पर 48.48 और हाथीदह में 42.27 मीटर ऊपर है.