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Banka Madarsa Blast: मौलाना के शव में मिली कीलें, पुलिस बता रही देसी बम धमाका, उठ रहे ये सवाल - मदरसा ब्लास्ट केस

बांका जिले के नवटोलिया मदरसा में हुए धमाका मामले में कई सवाल उठ रहे हैं. स्थानीय प्रशासन ने इसे सामान्य बम विस्फोट बताया है. वहीं, सवाल उठ रहे हैं कि क्या देसी बम इतना ताकतवर था कि उसके धमाके ने मदरसा गिरा दिया. मृतक मौलाना के शव से कीलें मिली हैं. इसका इस्तेमाल आईईडी में भी होता है.

banka madrasa blast
बांका मदरसा धमाका
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Published : Jun 11, 2021, 5:58 PM IST

Updated : Jun 11, 2021, 8:21 PM IST

पटना: बिहार के बांका जिले के नवटोलिया मदरसा में हुए धमाके (Blast in Madarsa) के 72 घंटा बीत जाने के बावजूद अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं. वहीं, इस मामले में राजनीति भी जोर पकड़ने लगी है. एक और BJP मदरसे की जांच करने की बात कह रही है तो दूसरी ओर JDU और HAM ने BJP को नसीहत देना शुरू कर दिया है.

यह भी पढ़ें- Banka Blast Case: आतंकियों के लिए सेफ जोन माना जाता है बिहार का सीमांचल और मिथिलांचल

स्थानीय प्रशासन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आईडी ब्लास्ट और आतंकी कनेक्शन को खारिज कर दिया है. डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है. ATS, IB के साथ-साथ लोकल पुलिस हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है. इसके बाद कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. एक ओर स्थानीय प्रशासन ने मदरसा ब्लास्ट को देसी बम ब्लास्ट करार दिया है. वहीं, यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या देसी बम से इतना बड़ा धमाका हो सकता है, जिसमें पूरा मदरसा गिर जाये?

यह भी पढे़ं- Banka Madarsa Blast: मदरसा ब्लास्ट में नहीं है आतंकी कनेक्शन, देसी बम से हुआ था धमाका- SP

बहुत ताकतवर था धमाका
बीएसएफ के पूर्व कमांडेंट ललन सिंह ने कहा, "ऐसी बात सामने आ रही है कि धमाका बहुत ताकतवर था. धमाका हाई एक्सप्लोसिव का था या लो एक्सप्लोसिव का यह जांच का विषय है. सवाल उठ रहा है कि लॉकडाउन के दौरान मृतक मौलाना मदरसे में क्या कर रहे थे? कंटेनर में बम क्यों रखे गए थे? मदरसा में बम क्यों लाया गया? पश्चिम बंगाल के बर्धमान में 2014 में ऐसे ही एक मामले में घर में बम बनाने के दौरान दो आतंकियों की मौत हो गई थी. हाल के दिनों में पूर्णिया और किशनगंज में धमाके हुए हैं. इसके तार भी बांका से जुड़ रहे हैं.

banka madrasa blast
ईटीवी भारत इन्फोग्राफिक्स

मोमिन के शव से मिली हैं कीलें
सूत्रों के अनुसार पोस्टमॉर्टम के दौरान धमाके में मारे गए मदरसा के मौलाना मोमिन के शव से कई ऐसे कील बरामद हुए हैं जो आईडी (IED) बनाने में इस्तेमाल होते हैं. मौलाना के साथ मौजूद लोग फरार हैं. अब तक पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई है. सवाल है कि जब बिहार और झारखंड में लॉकडाउन लगा था सभी धार्मिक स्थल और शिक्षण संस्थान बंद थे तो मौलाना और उनके साथी मदरसे में क्या कर रहे थे? क्या एक सामान्य बम के धमाके की डेंसिटी इतनी अधिक होती है कि किसी मदरसे को जमींदोज कर सके?

NIA ने शुरू कर दी है जांच
शुरुआती दौर में घटनास्थल पर गई पुलिस को IED धमाके का शक था. अब इसे सामान्य बम बताया जा रहा है. हालांकि ATS और अन्य एजेंसी जांच कर रही है. पुलिस की मानें तो पुलिस के डर से गांव के सभी पुरुष फरार हैं. सूत्रों से मिल रही खबर के अनुसार मदरसे का कनेक्शन उत्तर प्रदेश के बरेली से था. अब दिल्ली और बंगाल से भी कनेक्शन की बात सामने आ रही है. इस केस की जांच NIA करेगी. सूत्रों के अनुसार NIA ने जांच शुरू कर दी है.

यह भी पढ़ें- BJP पर HAM पार्टी का सबसे बड़ा हमला, दंगा भड़काने वाले नेताओं पर NITISH जल्द करें कार्रवाई

पटना: बिहार के बांका जिले के नवटोलिया मदरसा में हुए धमाके (Blast in Madarsa) के 72 घंटा बीत जाने के बावजूद अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं. वहीं, इस मामले में राजनीति भी जोर पकड़ने लगी है. एक और BJP मदरसे की जांच करने की बात कह रही है तो दूसरी ओर JDU और HAM ने BJP को नसीहत देना शुरू कर दिया है.

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स्थानीय प्रशासन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आईडी ब्लास्ट और आतंकी कनेक्शन को खारिज कर दिया है. डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है. ATS, IB के साथ-साथ लोकल पुलिस हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है. इसके बाद कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. एक ओर स्थानीय प्रशासन ने मदरसा ब्लास्ट को देसी बम ब्लास्ट करार दिया है. वहीं, यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या देसी बम से इतना बड़ा धमाका हो सकता है, जिसमें पूरा मदरसा गिर जाये?

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बहुत ताकतवर था धमाका
बीएसएफ के पूर्व कमांडेंट ललन सिंह ने कहा, "ऐसी बात सामने आ रही है कि धमाका बहुत ताकतवर था. धमाका हाई एक्सप्लोसिव का था या लो एक्सप्लोसिव का यह जांच का विषय है. सवाल उठ रहा है कि लॉकडाउन के दौरान मृतक मौलाना मदरसे में क्या कर रहे थे? कंटेनर में बम क्यों रखे गए थे? मदरसा में बम क्यों लाया गया? पश्चिम बंगाल के बर्धमान में 2014 में ऐसे ही एक मामले में घर में बम बनाने के दौरान दो आतंकियों की मौत हो गई थी. हाल के दिनों में पूर्णिया और किशनगंज में धमाके हुए हैं. इसके तार भी बांका से जुड़ रहे हैं.

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ईटीवी भारत इन्फोग्राफिक्स

मोमिन के शव से मिली हैं कीलें
सूत्रों के अनुसार पोस्टमॉर्टम के दौरान धमाके में मारे गए मदरसा के मौलाना मोमिन के शव से कई ऐसे कील बरामद हुए हैं जो आईडी (IED) बनाने में इस्तेमाल होते हैं. मौलाना के साथ मौजूद लोग फरार हैं. अब तक पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई है. सवाल है कि जब बिहार और झारखंड में लॉकडाउन लगा था सभी धार्मिक स्थल और शिक्षण संस्थान बंद थे तो मौलाना और उनके साथी मदरसे में क्या कर रहे थे? क्या एक सामान्य बम के धमाके की डेंसिटी इतनी अधिक होती है कि किसी मदरसे को जमींदोज कर सके?

NIA ने शुरू कर दी है जांच
शुरुआती दौर में घटनास्थल पर गई पुलिस को IED धमाके का शक था. अब इसे सामान्य बम बताया जा रहा है. हालांकि ATS और अन्य एजेंसी जांच कर रही है. पुलिस की मानें तो पुलिस के डर से गांव के सभी पुरुष फरार हैं. सूत्रों से मिल रही खबर के अनुसार मदरसे का कनेक्शन उत्तर प्रदेश के बरेली से था. अब दिल्ली और बंगाल से भी कनेक्शन की बात सामने आ रही है. इस केस की जांच NIA करेगी. सूत्रों के अनुसार NIA ने जांच शुरू कर दी है.

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Last Updated : Jun 11, 2021, 8:21 PM IST
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