पटना: अक्टूबर-नबंवर महीने में बिहार में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. इस लिहाज से राज्यसभा के उम्मीदवारों का चयन बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है. ऐसे में सबसे बड़ी मुश्किल आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर है.
दरअसल, कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को चिट्ठी लिखकर एक सीट दिए जाने की मांग की है. हालांकि, तेजस्वी खुद चुप हैं, लेकिन उनकी पार्टी के नेता सीट देने से इनकार कर रहे हैं. पार्टी नेता कह रहे हैं कि अब संदर्भ बदल गया है. इतना ही नहीं मनोज झा ने तो औपचारिक ऐलान तक कर दिया है. दरअसल आरजेडी दो सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है.
'जिस वचन का वो जिक्र कर रहे है, वो एक संदर्भ था'
राज्यसभा सांसद और आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा ने कहा, 'बिहार में बीते दिनों एक चिठ्ठी लिखी गई, हमने उसका जवाब भी दिया, हमने कई कारण बताएं, ये भी बताया कि जिस वचन का वो जिक्र कर रहे है, वो एक संदर्भ था अब संदर्भ बदल गया है. संदर्भ यूं बदला कि हम 25...27 सीट से नीचे उतरकर 19 पर लड़ रहे थे. जाहिर तौर पर हमारी पूरी कोशिश होगी जो हमारे सामने चुनौती है, उसका पुरजोर मुकाबला किया जाए.'
शक्ति सिंह गोहिल ने तेजस्वी को लिखी चिठ्ठी
तेजस्वी को लिखे पत्र में शक्ति सिंह गोहिल ने तेजस्वी यादव को एक वचन याद दिलाया है. उन्होंने लिखा, 'लोकसभा चुनाव के समय महागठबंधन नेताओं की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी ने कांग्रेस के लिए आरजेडी कोटे से राज्यसभा सीट देने की बात कही थी. अच्छे लोगों के लिए कहा जाता है कि प्राण जाए पर वचन न जाए. उम्मीद है आरजेडी नेता अपने वचन का पालन करेंगे.'
12 मार्च को आरजेडी विधानमंडल दल की बैठक
बता दें कि, 9 अप्रैल को बिहार से खाली हो रही 5 राज्यसभा सीटों में से दो सीट पर आरजेडी की झोली भरने वाली है. खाली होने वाली पांचों सीट एनडीए के पास थी, लेकिन 2015 के विधानसभा चुनाव परिणाम से आंकड़ा गड़बड़ा गया. ऐसे में इस बार एनडीए के खाते में सिर्फ 3 सीट जाएगी. सूत्रों की माने तो 12 मार्च यानी गुरुवार को आरजेडी विधानमंडल दल की बैठक बुलाई गई है. बैठक के बाद के बाद तेजस्वी यादव प्रेस कॉफ्रेंस कर राज्यसभा उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर सकते हैं.