पटना: महाराष्ट्र में एनसीपी में टूट को लेकर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधा है. नीरज ने कहा कि आजादी का तथाकथित अमृत महोत्सव मनाने वाले ने लोकतंत्र की काला गाथा लिखी. सहयोगी पार्टी का वजूद खत्म करना इनकी (बीजेपी) राजनीति का डीएनए है. पहले शिवसेना के साथ व्यवहार किया. अब एनसीपी के साथ किया.
महाराष्ट्र एनसीपी में फूट पर JDU का हमला: नीरज कुमार ने कहा कि जिन पर आरोप लगा, जिनको शामिल कराया है उन पर ईडी का मामला चल रहा है. 158 करोड़ की हेराफेरी का आरोप हाल ही में लगा है. नीरज कुमार ने कहा कि ऐसे लोगों को शामिल कराने का जो राजनीतिक कुचक्र किया गया है यह पुष्टि करता है पहले धमकाओं संस्थाओं के माध्यम से और फिर शामिल कराओ. सब लोगों को वाशिंग मशीन में धो दिया गया अब तो सब राष्ट्रवादी हो गए.
"नीतीश कुमार पहले राजनेता है जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी के कुचक्र को पहले भांप लिया. 45 एमएलए की पार्टी ने नाको दम करके रख दिया है. देश के अंदर में विधायकों तोड़ेंगे. संस्थाओं का इस्तेमाल करोगे. लेकिन लोकतंत्र के आत्मा पर चोट करोगे तो देश की विपक्षी पार्टियों की गोलबंदी का जो असर है उसका आपके हर कुचक्र पर असर पड़ेगा."- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जेडीयू
'2024 में बीजेपी को जवाब मिलेगा': बता दें कि कल जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी बीजेपी पर आरोप लगाया था कि सारा खेला बीजेपी का है. बिहार में भी बीजेपी बहुत कोशिश कर चुकी है. महाराष्ट्र की घटना से बिहार में महागठबंधन के घटक दल बीजेपी पर लगातार आरोप लगा रहे हैं और 2024 लोकसभा चुनाव में जनता की ओर से सबक सिखाने की बात भी कर रहे हैं.
बीजेपी पर पार्टियों को तोड़ने का आरोप: दूसरे राज्यों में जदयू के भी विधायक टूटकर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. मणिपुर मेघालय और नागालैंड में यह घटना हो चुकी है. महाराष्ट्र में एनसीपी में बड़ी टूट उस समय हुई है जब पटना में 23 जून को नीतीश कुमार की पहल पर विपक्षी दलों की बड़ी बैठक हुई थी और अब दूसरी बैठक इसी महीने होने जा रही थी.
महाराष्ट्र में क्या हुआ: महाराष्ट्र में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी तोड़कर अपने समर्थकों के साथ शिव सेना-भारती जनता पार्टी गठबंधन सरकार में शामिल हो गए. रविवार दोहहर बाद उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वहीं महाराष्ट्र में अजित पवार और अन्य पार्टी नेताओं के एनडीए सरकार में शामिल होने के बाद कुल 9 एनसीपी नेताओं ने महाराष्ट्र के मंत्री पद की शपथ ली.