पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 9 अगस्त 2022, को ही बीजेपी से नाता तोड़ महागठबंधन में शामिल हो गए थे और सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया था. महागठबंधन सरकार का 1 साल पूरा हो रहा है और इसको लेकर महागठबंधन के घटक दल और बीजेपी के बीच बयानबाजी भी शुरू हो गई है. ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि आगे भी महागठबंधन सरकार मजबूती से अपना कार्यकाल पूरा करेगी.
'2 करोड़ नौकरी देने का वादाा क्या हुआ?': बीजेपी नेताओं की बयानबाजी पर श्रवण कुमार ने कहा कि पहले उन्हें बताना चाहिए, हर साल 2 करोड़ नौकरी देने का वादा कितना पूरा हुआ है. कफन पर भी टैक्स ले रहे हैं. 2024 में देश की जनता पूछेगी ₹400 का सिलेंडर ₹1200 में कैसे मिल रहा है? यह उनकी उपलब्धि है, लेकिन हम लोगों ने जो वादा किया है 2025 तक 10 लाख नौकरी, 10 लाख रोजगार जरूर देंगे.
"बीजेपी के लोग सही कह रहे हैं हमलोगों के यहां विवाद है. उनके यहां आनन्द है. बिहार में जो काम हुआ है, देश के किसी राज्य में उस तरह का काम नहीं हुआ है. सात निश्चय योजना का नाम केंद्र सरकार ने सप्त ऋषि योजना रख दिया. हमारा काम उन्हें अच्छा लगता है, लेकिन नाम बदल देने से देश में खुशहाली नहीं आने वाली है. महागठबंधन की सरकार आगे भी ठीक-ठाक से चलेगी और 2024 में देश की जनता बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंकेगी."- श्रवण कुमार, मंत्री, बिहार सरकार
महागठबंधन सरकार ने किया था ये वादा: दरअसल महागठबंधन की सरकार को एक साल पूरा होने पर विपक्ष टांग खींचने में लगा है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने सोशल मीडिया के माध्यम से नीतीश कुमार पर बड़ा हमला किया. वहीं सरकार के एक साल का रिपोर्ट कार्ड जारी नहीं करने पर भी सवाल उठाया जा रहा है. बता दें कि तेजस्वी यादव ने सरकार बनते ही पहली कैबिनट से ही 10 लाख लोगों को नौकरी देने का वादा किया था. वहीं सरकार बनने के सातवें दिन ही यानी कि 15 अगस्त को नीतीश कुमार ने गांधी मैदान से ऐलान किया कि 10 लाख लोगों को नौकरी और 10 लाख लोगों को रोजगार दिया जाएगा. बीजेपी इसी को लेकर सवाल पूछ रही है.