पटना (मसौढ़ी): राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी के पुनपुन में भूमि आवास समेत बुनियादी समस्या की मांग को लेकर हजारों की संख्या में महादलित महिलाओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा. जहां पद्मश्री सुधा वर्गीज के नेतृत्व में नारी गुंजन के तत्वधान में महाधरना का आयोजन किया गया (Mahadalit women Mahadharna In Punpun). पद्मश्री सुधा वर्गीज ने कहा कि बिहार में तमाम स्थानों में निवास करने वाली महादलित समुदाय के लोगों को अपनी जमीन नहीं होने की वजह से विस्थापित होना पड़ा है और यह एक बहुत बड़ी वजह है कि यह अपनी बुनियादी अधिकारों से वंचित हो चुके हैं.
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महादलित महिलाओं का महाधरना: पद्मश्री सुधा वर्गीज ने कहा कि संविधान में वर्णित है कि हर नागरिकों को उनकी मूलभूत अधिकार सुनिश्चित किए जाएं, लेकिन जहां तक दलितों कि बात है तो वह भूमि आवास के बिना एक सम्मान जनक जीवन नहीं जी पा रहे हैं, उनके घरों में ना ही शौचालय है और ना ही नल जल का पानी जा रहा है. ऐसे में कई तरह से बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे हैं.
सरकार से मुलभूत सुविधा की मांग: पुनपुन प्रखंड के तकरीबन 22 गांव में महादलित समुदाय से जुड़े लोगों के घरों में आज की सूची छोटी-छोटी है. आवास शौचालय नल जल योजना नहीं मिल रही है. सिस्टम पर सवाल उठना लाजमी है कि जब सरकार की इतनी सारी योजनाएं गांव-गांव में काम कर रही है तो हजारों की संख्या में बुनियादी समस्याओं की मांग को लेकर लोक प्रखंड कार्यालय पर धरना प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं.
"सरकार की तमाम योजनाएं आज धरातल पर नहीं सिर्फ फाइलों में दिख रही है. अगर ऐसा होता तो हर गांव में महादलित घरों में आवास योजना का लाभ, शौचालय योजना का लाभ समेत कई बुनियादी समस्याओं का लाभ उन्हें मिल पाता. ऐसे में सरकार को इन बुनियादी समस्याओं पर गंभीरता लेनी होगी. पुनपुन प्रखंड के तकरीबन 22 गांव से महादलित महिला पुनपुन प्रखंड कार्यालय पर महा धरना में शामिल हो रही है."- पद्मश्री सुधा वर्गीज