पटनाः राजधानी के मगध महिला कॉलेज की छात्राएं कॉलेज प्रांगण में ही अब रंगमंच की बारीकियां सिखेंगी. इसके लिए उन्हें एक विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी. जिसमें गायन वादन और रंगमंच के माध्यम से समाज की विभिन्न समस्याओं को मंच पर जीवित करने के गुर सिखाए जाएंगे. 14 मार्च को कॉलेज में मुक्ति रंगमंच का विधिवत उद्घाटन होगा.
मगध महिला कॉलेज की प्राचार्य डॉ शशि रानी ने बताया कि एक बेहतर इंसान और मां बनने के लिए जीवन में कला होना जरूरी है. कला ना हमें केवल मनोरंजन कराती है बल्कि एक बेहतर इंसान बनाए रखने में मदद करती है. उन्होंने कहा कि हिंदी रंगमंच में बिहार का यह पहला ऐसा कॉलेज होगा जहां छात्राओं को रंगमंच की बारीकियों से अवगत कराया जाएगा. कॉलेज में रंगमंच की विधिवत पढ़ाई भी होगी.
6 माह का होगा सर्टिफिकेट कोर्स
इसके लिए पाठ्यक्रम को जल्द तैयार किया जा रहा है. कॉलेज की प्राचार्य ने कहा कि अगले सत्र से कॉलेज में 6 माह के सर्टिफिकेट कोर्स को लेकर रंगमंच की पढ़ाई शुरू की जाएगी. जिसके लिए कॉलेज की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई है. पाठ्यक्रम का प्रारूप एकेडमिक काउंसिल को भेजा जाएगा. वहीं, रंगकर्मियों को भी बुलाया जाएगा. जो रंगमंच से जुड़ी विधिवत जानकारी छात्राओं को देंगे.
कमेटी का गठन
कॉलेज में रंगमंच की पढ़ाई होना कॉलेज के लिए गौरव की बात होगी. वरिष्ठ रंगकर्मी प्रारूप तैयार करेंगे.14 मार्च को मुक्ति रंगमंच का उद्घाटन होगा रंगमंच की पढ़ाई को लेकर कमेटी का गठन किया गया है. इसमें प्रचार के साथ डॉक्टर उषा किरण खान, रत्ना पुरकायस्था, तनवीर अख्तर, डॉक्टर शंकर आशीष, डॉक्टर शेफाली राय, डॉक्टर नियर चौधरी, डॉ अरविंद कुमार डॉ पुष्पांजलि खरे, डॉ नीलिमा सिंह, अपर्णा जमुआर अंजना झा, श्याम झा कल्चरल सेक्रेट्री, अनामिका शर्मा असिस्टेंट सेक्रेटरी एवं कॉलेज की छात्रा ऋतु कुमार आदि कमेटी में शामिल हैं.