पटना: बिहार में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए बिहार सरकार ने राजधानी पटना में एक सप्ताह का लॉकडाउन लगाया है. इस वजह से लोगों को परेशानी भी रही है. लेकिन इस दौरान ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वालों से लूट भी जमकर हो रही है.
लॉकडाउन का असर पटना में देखने को मिल रहा है. सड़कों पर गाड़ियां भी काफी कम चल रही है. दिन में तो सब ठीक रहता है, लेकिन शाम ढलने के बाद ही चोर और बदमाश भी काफी एक्टिव हो जाते हैं. पटना के तमाम होटल और रेस्टोरेंट बंद है. लेकिन सभी की होम डिलीवरी चालू है. घर तक खाना पहुंचाने वाले जोमैटो और स्वीगी के डिलीवरी ब्वॉय इन दिनों काफी परेशान है.
'पैसा छीन लेते है बदमाश'
डिलीवरी बॉय का कहना है कि किसी ने उनकी गुहार नहीं सुनी है. उन्होंने इटीवी भारत संवाददाता से बात की. इस दौरान उन्होंने बताया कि रात में जब खाना घर पहुंचाने जाते हैं. तो गली मोहल्ले में बदमाशों उन्हें रोककर उनका मोबाइल और पैसे छीन लेते हैं.
डिलीवरी बॉय ने बताया कि जब हम पैसे और मोबाइल नहीं देते हैं, तो बदमाश चाकू दिखाकर खाना तक छीन लेते हैं. जब हम थाने में एफआईआर कराने जाते हैं. तो पुलिस कहती है कि मोबाइल चोरी नहीं हुआ खो गया है. एफआईआर लिखने के लिए पुलिस की ओर से पैसा मांगा जाता है.
पुलिस नहीं कर रही मदद
एक लड़के ने बताया कि वह साइकिल से होम डिलीवरी करता है. लेकिन आर्डर पर 14 रुपये उसे मिलता है और मीठापुर जाने के क्रम में बदमाशों ने मोबाइल छीन लिया. पुलिस ने भी कोई मदद नहीं की. ऐसा एक डिलीवरी ब्वॉय के साथ नहीं बल्कि राजधानी में काम करने वाले कई डिलीवरी ब्वॉय के साथ हुआ है. जिला प्रशासन कहती है कि पुलिस की टीम हर जगह मौजूद रहती है. अगर वाकई पुलिस मौजूद रहती है तो इस तरीके की घटनाएं कैसे घट जाती है, और थाने में जाने के बाद भी क्यों इनकी मदद नहीं की जाती है.