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बगावत! चिराग पासवान में राजनीतिक अनुभव की कमी, इसलिए पशुपति पारस को नेता चुना- महबूब अली कैसर - पशुपति पारस नेता

बिहार (Bihar) में सियासी उबाल चरम पर है. लोजपा में फूट के बाद चिराग पासवान (Chirag Paswan) के खिलाफ पार्टी सांसद बोलने लगे हैं. खगड़िया से लोजपा सांसद महबूब अली कैसर (LJP MP Mehboob Ali Kaiser) ने कहा कि चिराग पासवान में राजनीतिक अनुभव की कमी है. पढ़ें पूरी खबर...

पटना
महबूब अली कैसर
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Published : Jun 15, 2021, 5:44 PM IST

पटना: लोजपा (LJP) में अब वर्चस्व की लड़ाई चरम पर है. दो फाड़ हो चुकी पार्टी में अब खुलकर बयानबाजी हो रही है. पशुपति पारस (Pashupati Paras) के नेतृत्व में पांचों सांसदों की लामबंदी ने चिराग पासवान (Chirag Paswan) की पार्टी में ही सियासी जमीन खिसका दी है.

इसी बीच लोजपा सांसद महबूब अली कैसर (LJP MP Mehboob Ali Kaiser) पटना पहुंचे. पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने चिराग पासवान को लेकर कहा कि पार्टी उनके खिलाफ नहीं है. बल्कि राजनीतिक रूप से तजुर्बेकार को संसदीय दल का नेता बनाया गया है.

यह भी पढ़ें: LJP कार्यकर्ताओं ने पशुपति पारस लगाया भीतरघात का आरोप, कहा- 'चिराग ही हैं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष'

जनता की नब्ज नहीं समझ पाये चिराग
उन्होंने कहा कि चिराग पासवान जनता की नब्ज को नहीं समझ पाए. यही कारण रहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने जिस तरह की राजनीति कि उससे पार्टी को काफी घाटा हुआ है.

'चिराग पासवान को राजनीति में अनुभव की कमी है. यही कारण रहा कि हम लोगों ने मिलकर संसदीय दल का नेता पशुपति कुमार पारस को चुना है. वह तजुर्बेकार व्यक्ति हैं - महबूब अली कैसर, सांसद, लोजपा

देखें रिपोर्ट

मना करने के बावजदू चिराग अकेले लड़े
उन्होंने कहा कि चिराग पासवान अब भी हमारी पार्टी के ही एक सांसद के रूप में है. हम लोगों ने देखा कि जिस तरह से विधानसभा चुनाव में पार्टी का हाल हुआ है. हमारे मना करने के बावजूद उन्होंने अकेले चुनाव लड़ा, जो गलत था. उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी अन्य सदस्य चाहते थे कि पार्टी बिहार में भी एनडीए का हिस्सा रहे. लेकिन वे हमारी बात नहीं माने. जदयू के खिलाफ चुनाव लड़ा. जिसका खामियाजा सभी को भुगतना पड़ा.

यह भी पढ़ें: LJP Split Live Update: पटना नहीं आएंगे पशुपति पारस, दिल्ली में करेंगे कार्यसमिति के सदस्यों के साथ बैठक

जदयू की कोई भूमिका नहीं
वहीं, पार्टी में दरार में जदयू (JDU) की भूमिका को उन्होंने सिरे से नकार दिया. महबूब अली कैसर ने कहा कि इसमे जदयू सांसद ललन सिंह (JDU MP Lallan Singh) की कोई भूमिका नहीं है. जदयू सांसद ललन सिंह हमारी सांसद वीणा देवी के आवास पर आते-जाते रहते हैं. इसलिए वे मिलने आये थे. इस तरह की जो बातें ललन सिंह के बारे में आ रही हैं, वह गलत हैं.

पटना में होगी पार्टी की मीटिंग
साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी की मीटिंग बहुत जल्द पटना (Patna) में होगी. उसमें सब कुछ तय होगा. वहीं, जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या वह अब चिराग पासवान को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष (Party President) मानते हैं, तो वे इस सवाल को टालते नजर आये. इनके जबाव में उन्होंने कहा कि यह सब पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तय होगा.

यह भी पढ़ें: बिहार कांग्रेस के विधायकों पर JDU की नजर! मदन मोहन झा बोले- मैं कही नहीं जा रहा

पटना: लोजपा (LJP) में अब वर्चस्व की लड़ाई चरम पर है. दो फाड़ हो चुकी पार्टी में अब खुलकर बयानबाजी हो रही है. पशुपति पारस (Pashupati Paras) के नेतृत्व में पांचों सांसदों की लामबंदी ने चिराग पासवान (Chirag Paswan) की पार्टी में ही सियासी जमीन खिसका दी है.

इसी बीच लोजपा सांसद महबूब अली कैसर (LJP MP Mehboob Ali Kaiser) पटना पहुंचे. पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने चिराग पासवान को लेकर कहा कि पार्टी उनके खिलाफ नहीं है. बल्कि राजनीतिक रूप से तजुर्बेकार को संसदीय दल का नेता बनाया गया है.

यह भी पढ़ें: LJP कार्यकर्ताओं ने पशुपति पारस लगाया भीतरघात का आरोप, कहा- 'चिराग ही हैं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष'

जनता की नब्ज नहीं समझ पाये चिराग
उन्होंने कहा कि चिराग पासवान जनता की नब्ज को नहीं समझ पाए. यही कारण रहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने जिस तरह की राजनीति कि उससे पार्टी को काफी घाटा हुआ है.

'चिराग पासवान को राजनीति में अनुभव की कमी है. यही कारण रहा कि हम लोगों ने मिलकर संसदीय दल का नेता पशुपति कुमार पारस को चुना है. वह तजुर्बेकार व्यक्ति हैं - महबूब अली कैसर, सांसद, लोजपा

देखें रिपोर्ट

मना करने के बावजदू चिराग अकेले लड़े
उन्होंने कहा कि चिराग पासवान अब भी हमारी पार्टी के ही एक सांसद के रूप में है. हम लोगों ने देखा कि जिस तरह से विधानसभा चुनाव में पार्टी का हाल हुआ है. हमारे मना करने के बावजूद उन्होंने अकेले चुनाव लड़ा, जो गलत था. उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी अन्य सदस्य चाहते थे कि पार्टी बिहार में भी एनडीए का हिस्सा रहे. लेकिन वे हमारी बात नहीं माने. जदयू के खिलाफ चुनाव लड़ा. जिसका खामियाजा सभी को भुगतना पड़ा.

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जदयू की कोई भूमिका नहीं
वहीं, पार्टी में दरार में जदयू (JDU) की भूमिका को उन्होंने सिरे से नकार दिया. महबूब अली कैसर ने कहा कि इसमे जदयू सांसद ललन सिंह (JDU MP Lallan Singh) की कोई भूमिका नहीं है. जदयू सांसद ललन सिंह हमारी सांसद वीणा देवी के आवास पर आते-जाते रहते हैं. इसलिए वे मिलने आये थे. इस तरह की जो बातें ललन सिंह के बारे में आ रही हैं, वह गलत हैं.

पटना में होगी पार्टी की मीटिंग
साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी की मीटिंग बहुत जल्द पटना (Patna) में होगी. उसमें सब कुछ तय होगा. वहीं, जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या वह अब चिराग पासवान को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष (Party President) मानते हैं, तो वे इस सवाल को टालते नजर आये. इनके जबाव में उन्होंने कहा कि यह सब पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तय होगा.

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