पटना: पूर्व विधान पार्षद और एलजेपी नेता विनोद सिंह (Vinod Singh) की घर वापसी हो गई है. अपने समर्थकों के साथ वे जेडीयू (JDU) में शामिल हो गए हैं. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे तब एलजेपी में गए थे, जब रामविलास पासवान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और पशुपति पारस प्रदेश अध्यक्ष थे. इसके बावजूद मैं मानता हूं कि मेरा फैसला गलत था.
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जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा (JDU State President Umesh Kushwaha) ने राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU President Lalan Singh) की मौजूदगी में विनोद सिंह को पार्टी की सदस्यता दिलाई. जेडीयू में शामिल होने के बाद विनोद सिंह ने दावा किया कि 2024 में लोकसभा चुनाव में एनडीए (NDA) 40 में 40 सीट जीतेगी. जबकि 2025 में जेडीयू सौ से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी.
चिराग पासवान (Chirag Paswan) को लेकर विनोद सिंह ने कहा कि वे तो चिराग के साथ गए ही नहीं थे. जिस समय वे एलजेपी में शामिल हुए थे, उस समय रामविलास पासवान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और पशुपति पारस प्रदेश अध्यक्ष. विनोद सिंह ने कहा कि वैसे तो उन्हें एलजेपी में कोई दिक्कत नहीं थी, लेकिन पार्टी में एक महीने में भी प्रदेश कमेटी का गठन नहीं पाया है तो समझा जा सकता है कि पार्टी किस ढंग से काम कर रही है.
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वहीं, चिराग पासवान के भविष्य को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं कोई भविष्यवक्ता नहीं हूं, लेकिन जो एक कमेटी का गठन नहीं कर सके उनके बारे में क्या कहना है. विधानसभा चुनाव में एलजेपी ने जेडीयू को काफी नुकसान पहुंचाया था, इस पर उन्होंने कहा कि यह सही है और इसलिए पार्टी के कई नेताओं को इसका एहसास भी है. साथ ही अपनी गलती महसूस होने पर हम लोग फिर से अपने पुराने घर में लौटे हैं.
विनोद सिंह समता पार्टी के समय से नीतीश कुमार के साथ काम करते रहे हैं. मधुबनी में अच्छी पकड़ भी रही है. अब एक बार फिर से नीतीश कुमार के प्रति उन्होंने भरोसा जताया है और समर्थकों के साथ अपनी घर वापसी की है.