नई दिल्ली/पटना: बिहार लोजपा के कार्यकारी अध्यक्ष राजू तिवारी ने कहा कि जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव कोरोना काल में जनता की लगातार मदद कर रहे थे. किसी मरीज को कोई दिक्कत होती थी, तो वे उसके पास जाकर मदद पहुंचाते थे. कोरोना से लड़ाई में वह अहम योगदान दे रहे थे. उनको गिरफ्तार किया गया है, जोकि बहुत दुखद है. लोजपा इसकी कड़ी निंदा करती है.
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''सीएम नीतीश से हम लोगों की मांग है कि पप्पू यादव को तुरंत रिहा किया जाए. आपात स्थिति में पप्पू यादव जनता का साथ दे रहे थे और उन्हीं को गिरफ्तार कर लिया गया. नीतीश कुमार में अगर थोड़ी सी भी शर्म है, तो उनको अपनी कुर्सी छोड़ देनी चाहिए, इस्तीफा देना चाहिए.''- राजू तिवारी, कार्यकारी अध्यक्ष, बिहार लोजपा
'बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट'
उन्होंने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है. कोरोना काल में बिहार वासियों को सीएम नीतीश ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है. अस्पतालों में डॉक्टर, बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर और दवाइयां नहीं हैं. सीएम नीतीश को शर्म आनी चाहिए कि उनके शासनकाल में बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की खस्ता हालत है. लगातार लोगों की मौत हो रही है.
14 दिन की न्यायिक हिरासत में पप्पू
बता दें कि पप्पू यादव को मंगलवार को पटना में गिरफ्तार किया गया था. 32 साल पुराने एक अपहरण के मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई है. पटना से उन्हें मधेपुरा लाया गया. जहां कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. फिलहाल उनको सुपौल जिले की वीरपुर जेल में रखा गया है.
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समर्थकों ने लगाए गंभीर आरोप
साथ ही पप्पू यादव बिहार की चरमराई हुई स्वास्थ्य व्यवस्था की लगातार पोल भी खोल रहे थे. उन पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने का भी आरोप है. कुछ समय पहले वह पूरे देशभर में सुर्खियों में तब आ गए थे, जब उन्होंने सारण से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के आवास में खड़ी कई सारी एंबुलेंस की पोल खोली थी. दूसरी तरफ पप्पू यादव की पत्नी और कांग्रेस नेता रंजीता रंजन और पप्पू के समर्थकों का आरोप है कि साजिश के तहत पप्पू यादव को गिरफ्तार किया गया है.