पटना: लोक जनशक्ति पार्टी की इकाई दलित सेना की कोर कमेटी की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद पशुपति पारस की अध्यक्षता में संपन्न हुई है. इस बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों ने दलित सेना के संगठन को पूरे बिहार में धार देने के लिए और संगठन के विस्तार पर मुख्य रूप से रूपरेखा तैयार की गई है. दलित सेना के प्रधान महासचिव घनश्याम कुमार के नेतृत्व में बिहार के सभी जिलों का भ्रमण करने और जिलों, प्रखंड और पंचायत स्तर पर बैठक पर दलित सेना को नए रूप की मजबूती देने हेतु 11 सदस्य कमेटी का गठन किया गया है.
इस बैठक के दौरान निर्णय लिया गया है कि 14 अप्रैल को संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती और 5 जुलाई को दलित सेना के संस्थापक स्वर्गीय रामविलास पासवान की जयंती पटना सहित बिहार सहित सभी जिला मुख्यालय में दलित सेना धूमधाम से आयोजित करेगी. बैठक के दौरान पशुपति पारस ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के बाद देश के स्वर्गीय रामविलास पासवान की एक ऐसे नेता थे. जिन्होंने शोषित पीड़ित दलित और वंचित वर्ग को मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया था.
ये भी पढ़ें: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पटना से LIVE
'दलित सेना स्वर्गीय राम विलास पासवान के आदर्श को आत्मसात करते हुए उनके अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए हमेशा बड़ी भूमिका में बिहार में खड़ी रहेगी. राम विलास पासवान एक ऐसे नेता थे जिन्होंने शोषित पीड़ित दलित और वंचित वर्ग के मुख्य धारा में लाने के लिए, वंचित समाज को उनका हक और अधिकार दिलाने के लिए अपने पूरे राजनीतिक जीवन काल में संघर्ष करते रहे हैं': पशुपति पारस, एलजेपी नेता