पटना: बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) कानून लागू है, लेकिन शराबबंदी के बावजूद शराब तस्करी को लेकर शराब माफिया नए-नए तरीके से बिहार में शराब का कारोबार और शराब पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं. अब ऐसा एक मामला सामने आया है, जहां सबको हैरान कर के रख दिया है. यहां तक की पुलिस भी चकमा खा रही है.
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एक नंबर से चल रही दो कार: ऐसा ही एक मामले का खुलासा तब हुआ जब शराब मामले में जब्त कार के मालिक के ऊपर मामला दर्ज किया गया. प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जब मामले की जांच शुरू की गई तब पता चला कि थाने में जब्त कर रखे गए का नंबर किसी और का है और उक्त कार किसी और का. जब ये मामला सामने आया तब पुलिस वाले भी हैरान रह गये.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा: दरअसल, पूरा मामला पटना जिले के बिहटा थाना का बताया जा रहा है. जहां पुलिस ने शराब मामले में बरामद किए गए कार नंबर (BR19P0821) के आधार पर पुलिस ने जब मालिक पर प्राथमिकी दर्ज की और कार मालिक के ऊपर नोटिस जारी किया, तब खुलासा हुआ कि एक ही नंबर से दो कार है. एक कार जो बिहटा थाना में जब्त कर रखी गई है. जबकि, दूसरी कार बिहार के सहरसा जिला में है, जिसके ऑनर प्रणव कुमार हैं.
निलामी की सूचना मिलने के बाद थाना पहुंचा ऑनर: जानकारी के मुताबिक शराब मामले में बरामद किए गए कार की जब पटना डीएम के आदेश पर नीलामी शुरू की गई तब कार के मालिक को नोटिस दिया गया. तब इसकी जानकारी कार के मालिक सहरसा जिला निवासी प्रणव कुमार को मिली. जिसके बाद प्रणव कुमार राय के भाई वरुण कुमार राय आनन-फानन में बिहटा थाना पहुंचे. जहां उन्होंने देखा कि उनके गाड़ी का नंबर बरामद कार के ऊपर भी लगा हुआ है. ये देखते ही उनके होश उड़ गए. यहां तक की शराब मामले में पुलिस ने वाहन मालिक के ऊपर नंबर के आधार पर नामजद प्राथमिकी दर्ज किया है, अब पुलिस के द्वारा उनके ऊपर गिरफ्तारी को लेकर भी करवाई शुरू हो चुका है.
"जिलाअधिकारी के मद्य निषेध कोषांग के द्वारा मुझे नोटिस भेजा गया कि मेरे गाड़ी की नीलामी किया जा रहा, जो शराब मामले में बिहटा थाना में जब्त किया गया है. इसी को लेकर जब मैं थाना पहुंचा और गाड़ी को देखा तो मैं भी चकमा खा गया. एक ही नंबर से दो गाड़ी कैसे हो सकता है. मेरी गाड़ी घर पर लगी हुई है और सीसीटीवी की निगरानी में हमेशा गाड़ी रहती है. मेरा भाई कोचिंग चलाता है और उसी कोचिंग में गाड़ी का उपयोग भी किया जाता है."- वरुण कुमार, गाड़ी मालिक के भाई
"बीते 30 मई को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर अंग्रेजी शराब मामले में कार को बरामद किया गया था. मौके से चार लोगों को गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा गया. जांच के क्रम में और नंबर प्लेट के आधार पर कार के मालिक प्रणव कुमार के ऊपर प्राथमिकी दर्ज की गई. साथ ही जिलाधिकारी के बाद निश्चित कोषांग के द्वारा नीलामी को लेकर मालिक को नोटिस भेजा गया. जिसके बाद यह मामला सामने आया है. फिलहाल यह मामला परिवहन विभाग का है और परिवहन विभाग के द्वारा ही जांच किया जाएगा कि आखिरकार असली गाड़ी का मालिक कौन है."- शिवेंद्र कुमार सिंह, एसआई, मामले के जांचकर्ता, बिहटा थाना
"मेरी गाड़ी BR19P0821 जो 30 मई 2022 को बिहटा थाना में बताया जा रहा है कि दारू के साथ पकड़ा है, जबकि गाड़ी मेरे पास है. जिसका सीसीटीवी भी मेरे पास मौजूद है. इसमें जानबूझकर मद्य निषेध विभाग के द्वारा तंग किया जा रहा है. बताईए हम क्या करें. अभी थाना में आवेदन देने आए हैं, तो बोला जा रहा है कि बिहटा थाना का मामला है, आप पटना ऑफिस जाकर आवेदन दीजिए."- प्रणव कुमार राय, गाड़ी मालिक
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