पटना: शराब माफिया पूर्व रिटायर्ड आर्मी के जवान को मद्य निषेध विभाग (Prohibition Department) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. उसकी गिरफ्तारी हरियाणा के भिवानी से हुई है. टीम उसे पटना लाई है जिसे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा. फौजी शराब माफिया के रूप में काम कर रहा था. इसकी गिरफ्तारी को लेकर पिछले 4 महीने से मद्य निषेध विभाग प्रयासरत थी. अंततः शुक्रवार को बड़ी सफलता मिली है.
ये भी पढ़ें : बिहार में शराबबंदी कानून बना मजाक, बछवाड़ा प्रखंड कार्यालय में नाजिर की शराब पार्टी, डीएम ने दिये जांच के आदेश
शराब भेजता था बिहार : बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) लागू होने के बाद फौजी शराब माफियाओं के मिलीभगत से अवैध रूप से शराब की खेप बिहार भेज रहा था. इसके खिलाफ बिहार के कई थानों में कई धाराओं में मद्य निषेध कानून के तहत एफआईआर दर्ज है. इसकी तलाश स्थानीय पुलिस के साथ-साथ मद्य निषेध विभाग को काफी दिनों से थी. उम्मीद जताई जा रही है कि पूछताछ के दौरान इसके अन्य और साथियों के नाम का खुलासा किया जा सकता है।
अप्रैल 2016 से शराबबंदी: 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जीत के बाद नीतीश कुमार ने अप्रैल 2016 में शराबबंदी कानून लागू किया था. कानून के तहत शराब की बिक्री, पीने और इसे बनाने पर प्रतिबंध है. शुरुआत में इस कानून के तहत संपत्ति कुर्क करने और उम्र कैद की सजा तक का प्रावधान था, लेकिन 2018 में संशोधन के बाद सजा में थोड़ी छूट दी गई थी. बता दें कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद से बिहार पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक अब तक मद्य निषेध कानून उल्लंघन से जुड़े करीब 3 लाख से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं.
ये भी पढ़ें : सख्ती भी, राहत भी: शराब बेचने वालों पर चलेगा बुलडोजर, इस शर्त पर छूट सकेंगे शराबी