पटना: पूर्णिया में महागठबंधन की होने वाली रैली (Mahagathbandhan Rally In Purnea) को बिहार सरकार में शामिल सभी दलों का शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है. इसको लेकर वामदलों का कहना है कि इस रैली को लेकर सभी उत्साहित हैं. वाम दलों के नेताओं को उम्मीद है कि बीते दिनों पूर्णिया में जिस प्रकार अमित शाह ने पोलराइजेशन करने की कोशिश की है उसका इस महागठबंधन की महारैली से काट निकलेगा.
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पूर्णिया में महागठबंधन की रैली : भाकपा माले के तमाम शीर्षस्थ नेता इस रैली में मौजूद रहेंगे. वहीं कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया और सीपीआईएम की ओर से पार्टी प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे. भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने बताया कि नए सरकार के गठन के बाद पहली बार प्रदेश में महागठबंधन की रैली होने जा रही है और इस रैली में विपक्षी एकजुटता को प्रदर्शित किया जाएगा. कांग्रेस का नेशनल कॉंन्फ्रेंस चल रहा है लेकिन इसके बावजूद उसके प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे और सभी 7 दलों की ओर से पूर्णिया में रैली को सफल बनाने के लिए मेहनत की जा रही है.
महागठबंधन के सभी नेता रैली में रहेंगे मौजूद : भाकपा माले ने अपने राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान गांधी मैदान की रैली से भी सीमांचल इलाके के लोगों को अपील किया है कि रैली में बड़ी संख्या में हिस्सा लेकर रैली को सफल बनाएं. सभा में भारी भीड़ जुटने वाली है और इसमें उन लोगों की पार्टी की ओर से सहभागिता अच्छी संख्या में रहेगी. पूर्णिया की रैली में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य और तमाम नेता मौजूद रहेंगे और वह खुद भी पूर्णिया में रैली के दौरान मौजूद रहेंगे. पार्टी के कई नेता पिछले कई दिनों से रैली को सफल बनाने के लिए मेहनत कर रहे हैं. भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने बताया कि 2024 में भाजपा के खिलाफ एक विपक्षी एकजुटता का संदेश सीमांचल की जनता के माध्यम से पूरे देश को जाएगा.
वाम दलों के नेता भी रैली में होंगे शामिल : वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी यानि की सीपीआईएम के राज्य सचिव ललन चौधरी ने कहा कि- "पूर्णिया की रैली के लिए पार्टी पूरी मेहनत कर रही है और टीम लगी हुई है. यह महागठबंधन की रैली है और उनकी पार्टी की भी बराबर की सहभागिता रहेगी. पार्टी के नेता कई दिनों से पूर्णिया में कैंप कर रहे हैं और आसपास के 7 जिलों के कार्यकर्ता विभिन्न गांव में लगातार घूम रहे हैं. हजारों की तादाद में लोगों से संपर्क किया गया है की रैली में आए और रैली को सफल बनाएं."
कल अमित शाह की भी है रैली : सीपीआईएम के राज्य सचिव ललन चौधरी ने कहा कि पिछले दिनों पूर्णिया में अमित शाह की रैली हुई थी और इसमें उन्होंने वहां सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने की कोशिश की. इसके ही खिलाफ महागठबंधन की यह रैली हो रही है जिसमें एकजुटता का संदेश जाएगा. उन्होंने कहा कि संविधान की जो मूल भावना है 'हम भारत के लोग' के बजाए हिंदू और मुस्लिम के नाम पर भारतीय जनता पार्टी राजनीति कर रही है. भारतीय जनता पार्टी के इस राजनीति का काट पूर्णिया की रैली से निकलेगा. रैली के माध्यम से प्रदेश की जनता को संदेश दिया जाएगा कि हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में सब भाई भाई और यही हमारा राष्ट्रवाद है. पार्टी की ओर से मंच साझा करेंगे सचिव मंडल के सदस्य और विधायक दल के नेता अजय कुमार जो पार्टी को रैली में रिप्रेजेंट करेंगे.
रैली को सफल बनाने में जुटी वाम पार्टियां : कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया यानी सीपीआई के राज्य सचिव मंडल सदस्य विजय नारायण मिश्रा ने बताया कि सीपीआई का प्रदेश के सभी जिलों में संगठन है. सीमांचल इलाके में भी संगठन मजबूत है. पार्टी का अभी पांडिचेरी में बैठक चल रही है और पार्टी के सभी शीर्षस्थ नेता बैठक में शिरकत करने के लिए गए हुए हैं. लेकिन इसके बावजूद पार्टी के एक सचिव मंडल सदस्य को बैठक से इतर पूर्णिया रैली को सफल बनाने के लिए कार्य दिया गया है. वह पूर्णिया में कैंप करके लोगों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित कराने की दिशा में काम कर रहे हैं. पूर्णिया में महागठबंधन की जो रैली होगी उसमें कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के लाल झंडों की संख्या काफी अधिक रहेगी.