पटना: बिहार विधानसभा चुनाव आरोप-प्रत्यारोप के लिए जाना जाता है. पिछले कई चुनावों में यह देखा गया है कि गंभीर आरोप-प्रत्यारोप के बाद मामला चुनाव आयोग तक पहुंचता था और आयोग की तरफ से कार्रवाई भी की जाती थी. लेकिन इस बार अंतरराष्ट्रीय महामारी काल में विधानसभा चुनाव हुए और नेताओं ने मर्यादा की सीमा को पार नहीं किया. इस बार के विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक पार्टियां की ओर से चुनाव आयोग में शिकायत नहीं की गई है.
आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पार्टी के उपाध्यक्ष तनवीर हसन ने कहा कि हमारे पार्टी की ओर से किसी पर निजी हमले नहीं किया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जरूर हमारे शीर्ष नेताओं के खिलाफ टिप्पणी की. लेकिन युवा नेता तेजस्वी यादव ने बड़ी ही शालीनता से उसका जवाब दिया.
क्या कहते बीजेपी के प्रवक्ता संजय टाइगर
बीजेपी प्रवक्ता संजय टाइगर ने कहा कि मेरी पार्टी आचरण का ख्याल रखती है और नेता भी मर्यादित बयान देते हैं. विपक्ष से भी हम यही उम्मीद करते हैं. चुनाव के दौरान हमारे पार्टी के नेताओं ने संयम बरता है. वहीं, हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि नीतीश कुमार ने पूरे चुनाव के दौरान किसी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी नहीं की. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अपनी छवि के अनुकूल चुनावी कैंपेन में नजर आए.
नेताओं की ओर से नहीं आई शिकायत
उप मुख्य चुनाव अधिकारी बैजनाथ सिंह ने कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव कई मायनों में अलग था. आयोग के पास भी शिकायतें नहीं आई. ईवीएम को लेकर कुछ शिकायतें थी, जिसे आयोग के लोगों ने समय रहते दूर कर दिया.