पटना: भारत रत्न और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर है. बिहार में भी सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने गहरी संवेदना व्यक्त की है. जेडीयू और जाप के नेताओं ने उनके निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है.
जेडीयू के प्रवक्ता डॉ. अजय आलोक ने प्रणब मुखर्जी के निधन पर भावुक होते हुए कहा कि उनकी कमी को कभी भी पूरा नहीं किया जा सकता है. वो प्रख्यात राजनेता, कुशल प्रशासक, प्रखर वक्ता और राजनीति के ऐसे अजातशत्रु थे, जिन्हें पक्ष और विपक्ष समान रूप से आदर और सम्मान देते थे.
2019 में मिला भारत रत्न
भारत के 13वें राष्ट्रपति के रूप में प्रणब मुखर्जी ने साल 2012 से 2017 तक देश की सेवा की. वर्ष 2019 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया. पांच दशक के अपने शानदार राजनीतिक जीवन में उन्होंने रक्षा, वित्त, विदेश, राजस्व, नौवहन, परिवहन, संचार, आर्थिक मामले, वाणिज्य और उद्योग समेत विभिन्न महत्वपूर्ण मंत्रालयों के मंत्री होने का गौरव हासिल किया. उनका जाना एक युग का अंत है. अपने सौम्य और मिलनसार स्वभाव के कारण वे सर्वप्रिय थे. उन्होंने आगे कहा कि उनके खाली जगहों को कभी भी भरा नहीं जा सकता हैं.
जाप ने भी व्यक्त किया शोक संवेदना
जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव ने प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उनके जैसे महान राजनीतिज्ञ और शानदार व्यक्तित्व की शख्सियत का अंत हो गया. वहीं, जाप के प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति के निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है. उनकी पार्टी दुख के इस समय में उनके परिवार के साथ है. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रणब मुखर्जी जितने विद्वान थे, उतने ही अच्छे राजनीतिज्ञ भी थे. उन्होंने अपने शानदार छवि को बनाए रखते हुए ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ अपने कार्यकाल में कई पदों पर रहकर देश की सेवा की. उन्होंने अपनी ईमानदार छवी और विनम्र स्वभाव से सभी वर्ग के लोगों में खास जगह बनाई.