पटनाः बिहार में जब से सीएम नीतीश कुमार ने एनडीए छोड़कर महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बनाई है तभी से बीजेपी नीतीश सरकार को घेरती हुई नजर आ रही है. कभी बालू, दारू तो कभी शिक्षा के गिरते स्तर, पर हर मोर्चे पर विपक्ष के लोग सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने नीतीश कुमार से पूछा है कि क्यों आपने विद्यालय से शिक्षकों को गणना के काम में लगा दिया है, बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ क्यों हो रहा है.
बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ः विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार में जिस तरीके से शिक्षा व्यवस्था को सत्ता में बैठे लोगों ने बर्बाद कर दिया है, बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, प्रतिभा का हनन कर अपनी राजनीति चमका रहे हैं. किसके लिए विद्यालय से शिक्षकों को हटा दिया और गणना में उनको को लगा दिया. आपने विद्यालय किस के भरोसे छोड़ दिया है, पहले ही 2 साल कोरोना की वजह से पठन-पाठन बाधित रहा और अब गणना में सभी शिक्षकों को भेजकर बच्चों के भविष्य के साथ खेल रहे हैं.
मुख्यमंत्री से पूछा ये सवालः विजय सिन्हा ने आगे कहा कि इस वर्ष उम्मीद थी कि पुराना सत्र खत्म होने के बाद ही नए सत्र का पठन-पाठन शुरू होगा. लेकिन नीतीश कुमार अपने अहंकार के चलते बच्चों के भविष्य और प्रतिभा के साथ खेलते हुए उनकी बर्बादी की कहानी लिख रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने पूछा कि मुख्यमंत्री जी आप बिहार की जनता से किस बात का बदला ले रहे हैं, अपने स्कूल से शिक्षकों को हटाकर सीनियर विद्यार्थियों को पढ़ाने में लगा दिया है. और सीनियर विद्यार्थियों के भविष्य को खराब कर रहे हैं. शिक्षा मंत्री रामायण की गाथा गाते हैं, शिक्षा को दुरुस्त करने के बजाय शिक्षकों को जातीय जनगणना में लगाए हुए हैं.
"आपके बड़े भाई ने चरवाहा विद्यालय के माध्यम से पहले ही शिक्षा का बेड़ा गर्क कर दिया था और आप भी शिक्षा को और खराब कर रहे हैं. बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, प्रतिभा का हनन कर अपनी राजनीति चमका रहे हैं. किसके लिए विद्यालय से शिक्षकों को हटा दिया और गणना में उनको को लगा दिया. नीतीश जी आपका बालूधारी माफिया पहले से ही बिहार में माहौल खराब किए हुए है"-विजय सिन्हा,नेता प्रतिपक्ष