पटना: बिहार विधानमंडल मानसून सत्र के दौरान सरकार को विपक्ष का ही नहीं बल्कि शिक्षक अभ्यर्थियों का भी विरोध झेलना पड़ रहा है. मंगलवार को भी शिक्षक अभ्यर्थियों ने नियमावली से डोमिसाइल नीति खत्म कर देने को लेकर प्रदर्शन किया. बड़ी संख्या में अभ्यर्थी गर्दनीबाग और आर ब्लॉक गोलंबर पहुंचे थे.
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शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज: बड़ी संख्या में शिक्षक अभ्यर्थियों के पहुंचने और हंगामा करने के कारण पुलिस को उनपर बल प्रयोग करना पड़ा. एक बार फिर से पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठियां चटकाई. इससे पहले 2 जुलाई को भी पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारी शिक्षकों को खदेड़ दिया था.
प्रदर्शनकारियों में रोष: शिक्षक अभ्यर्थी अपनी कई मांगों को लेकर कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. उसी कड़ी में आज राजधानी पटना के आर ब्लॉक गोलंबर के पास पुलिस के द्वारा उन लोगों को हटाने के दरमियान लाठियां भी चलानी पड़ी. इस दौरान भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई. वहीं शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि हम लोगों को खदेड़ खदेड़ कर मारा जा रहा है. साथ-साथ गालियां भी दी जा रही है.
"लोकल को जाने दिया गया और शिक्षक होने का शक होने पर भी गाली गलौज किया गया. लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है. गर्दनीबाग से लेकर आर ब्लॉक तक ऐसे ही हालात हैं."- शिक्षक अभ्यर्थी
भारी संख्या में पुलिस बल तैनात: वहीं हालात को काबू में रखने के लिए पटना के इनकम टैक्स गोलंबर, डाक बंगला चौराहा सहित तमाम जगहों पर भारी संख्या में पुलिस बल की प्रतिनियुक्त की गई है. ताकी स्थिति को काबू में रखा जा सके.
डोमिसाइल नीति पुन: लागू करने की मांग: बिहार के शिक्षक अभ्यर्थी 1.70 लाख पदों पर शिक्षकों की होने वाली नियुक्ति को लेकर नीतीश सरकार का डोमिसाइल नीति को हटाने को लेकर विरोध कर रहे हैं. डोमिसाइल के हट जाने से अब दूसरे राज्यों के योग्य अभ्यर्थी भी आवेदन कर रहे हैं. इसपर शिक्षक अभ्यर्थियों ने नाराजगी जाहिर की है.
3 साल में 13 बार लाठीचार्ज: शिक्षा और रोजगार मामले में 10 जून 2019 से लेकर 11 जुलाई 2023 तक 13 बार अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज हुआ है. इसमें से सबसे गंभीर मामला 22 अगस्त 2022 का है, जिसमें लॉ एंड ऑर्डर एडीएम केके सिंह ने दरभंगा से आए शिक्षक अभ्यर्थी को इतना पीटा था कि उसकी हालत गंभीर हो गई थी. अभ्यर्थी के हाथ में तिरंगा था और अधिकारी उसपर लाठी चला रहे थे. इस अधिकारी पर कार्रवाई तो नहीं हुई उल्टे प्रमोशन मिल गया.