पटना: राजधानी पटना के ग्रामीण इलाकों भूमिहीनों ने विरोध प्रदर्शन (Landless people protest in Patna) शुरू कर दिया है. तमाम प्रखंडों के गांव में हजारों ऐसे भूमिहीन हैं जिसे आज तक जमीन का पर्चा नहीं मिला है. वहीं दूसरी ओर जिसे पर्चा मिला भी है उसे आज तक दाखिल कब्जा नहीं दिलाया गया है. जिसको लेकर लगातार गरीबों के बीच संशय की स्थिति बरकरार है. दबंग लोग उन्हें हटाना चाह रहे हैं. ऐसे में गांव से लेकर शहर तक मसौढ़ी में विरोध प्रदर्शन हो रहा है मसौढी के बिजौरा गांव में तकरीबन 200 से अधिक भूमिहीन परिवार हैं जो लगातार कई सालों से जमीन के पर्चे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
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नहीं हो रही है कार्रवाई: वहीं सरकार सिर्फ लोगों को आश्वासन देते नजर आ रही है. अभी तक अंचल स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. गरीबों की का कहना है कि 100 सालों से हम सभी लोग जमीन पर बसे हैं और अब दबंग हटाना चाहते हैं. सरकार सिर्फ आश्वासन देती नजर आ रही है, हम लोग कहां जाएंगे. बिजोरा गांव की रेखा देवी, सरस्वती देवी, सुगन मांझी, विनेश चौधरी रविंद्र मांझी समेत कई लोगों ने कहा कि कई बार अंचलाधिकारी ने सिर्फ आश्वासन ही दिया है, अभी तक जमीन पर कोई काम नहीं दिख रहा है.
गोपाल रविदास करंगे संघर्ष: विधायक गोपाल रविदास ने भूमिहीनों के पर्चा देने के सवाल पर आगामी 13 दिसंबर से होने वाले विधानसभा सत्र में इसे सरकार के समक्ष पुरजोर तरीके से रखने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि हम सभी ने कई बार इसको लेकर आंदोलन चलाया है. अभी हम महागठबंधन की सरकार में शामिल है, फिर भी सरकार से इन भूमिहीन परिवारों के लिए संघर्ष करेंगे, सड़क से लेकर सदन तक हमारा आंदोलन चलेगा. सरकार के गाइडलाइन के अनुसार सभी पंचायतों के पंचायत सचिव और राजस्व कर्मचारियों को उन सभी भूमियों को सर्वे करने के लिए निर्देश दिया गया है जल्दी से दिशा में कार्य प्रारंभ हो जाएगा.
"हम सभी ने कई बार इसको लेकर आंदोलन चलाया है. अभी हम महागठबंधन की सरकार में शामिल है, फिर भी सरकार से इन भूमिहीन परिवारों के लिए संघर्ष करेंगे, सड़क से लेकर सदन तक हमारा आंदोलन चलेगा."-गोपाल रविदास, विधायक, भाकपा माले
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