पटना: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को जमानत मिल गई है. वो जेल से बाहर आ रहे हैं. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि वो पश्चिम बंगाल चुनाव में अपना योगदान दे सकते हैं. हालांकि इस बात की कम संभावना है कि लालू प्रसाद यादव पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे. अंदाजा लगाया जा रहा है कि लालू यादव दिल्ली में ही रह कर अपना इलाज कराएंगे और पर्दे के पीछे की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएंगे.
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बता दें कि पश्चिम बंगाल में 5 चरण के चुनाव हो चुके हैं. वहां पर भाजपा और ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है. लेकिन बिहार से राजद पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के साथ है. हालांकि राजद वहां पर चुनाव नहीं लड़ रही है. फिर भी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी के लिए चुनाव प्रचार भी कर रहे हैं.
बिहार से बाहर स्थापित करने का प्रयास
इसी वजह से बिहार की राजनीति को दिशा देने वाले लालू प्रसाद यादव जमानत पर बाहर आने के बाद तेजस्वी के लिए काम आसान कर सकते हैं. लालू यादव ने तो बिहार में तेजस्वी यादव को स्थापित कर चुके हैं. अब उनका प्रयास होगा कि वो बिहार से बाहर भी तेजस्वी को स्थापित करें.
भाजपा का तंज
राजद सुप्रीमो लालू यादव के बंगाल चुनाव में सक्रिय होने को लेकर भाजपा ने तंज कसा है. भाजपा नेता नवल किशोर यादव ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बननी तय है. लालू प्रसाद यादव के जमानत मिलने से पश्चिम बंगाल चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा. बिहार में लालू प्रसाद यादव जब बाहर थे, तब हमने 22 सीटों पर समय दिया था. लालू यादव परिवार संभाल ले यही बहुत है.
लालू यादव कई दलों को कर सकते हैं एक
राजनीतिक विश्लेषक डॉ. संजय कुमार का मानना है कि पश्चिम बंगाल चुनाव में लालू यादव सक्रिय तौर पर नहीं दिखेंगे. लेकिन चुनाव के बाद अगर किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं आती है तो ऐसी स्थिति में लालू यादव धर्मनिरपेक्ष दलों को एक साथ लाने का प्रयास करेंगे. वह ऐसा करते रहे हैं.