पटना: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने ट्वीटर के जरिए एक बार फिर नीतीश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने मरणोपरांत वशिष्ठ नारायण सिंह के साथ किए गए व्यवहार पर दुख जताते हुए बिहार सरकार को आड़े हाथों लिया.
शुक्रवार को लालू यादव ने ट्वीट किया 'बिहार गौरव और हमारी सांझी धरोहर महान गणितज्ञ आदरणीय डॉक्टर वशिष्ठ नारायण सिंह जी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ. मौत सबको एक ना एक दिन आनी ही है, लेकिन मरणोपरंत जिस प्रकार उनके पार्थिव शरीर के साथ असंवेदनशील नीतीश सरकार द्वारा जो अमर्यादित सलूक किया गया, वह अतिनिंदनीय है.'
-
कल बिहार गौरव और हमारी साँझी धरोहर महान गणितज्ञ आदरणीय डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह जी के निधन की ख़बर सुनकर बहुत दुःख हुआ। मौत सबको एक ना एक दिन आनी ही है लेकिन मरणोपरंत जिस प्रकार उनके पार्थिव शरीर के साथ असंवेदनशील नीतीश सरकार द्वारा जो अमर्यादित सलूक किया गया वह अतिनिंदनीय है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 15, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">कल बिहार गौरव और हमारी साँझी धरोहर महान गणितज्ञ आदरणीय डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह जी के निधन की ख़बर सुनकर बहुत दुःख हुआ। मौत सबको एक ना एक दिन आनी ही है लेकिन मरणोपरंत जिस प्रकार उनके पार्थिव शरीर के साथ असंवेदनशील नीतीश सरकार द्वारा जो अमर्यादित सलूक किया गया वह अतिनिंदनीय है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 15, 2019कल बिहार गौरव और हमारी साँझी धरोहर महान गणितज्ञ आदरणीय डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह जी के निधन की ख़बर सुनकर बहुत दुःख हुआ। मौत सबको एक ना एक दिन आनी ही है लेकिन मरणोपरंत जिस प्रकार उनके पार्थिव शरीर के साथ असंवेदनशील नीतीश सरकार द्वारा जो अमर्यादित सलूक किया गया वह अतिनिंदनीय है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 15, 2019
ये भी पढ़ें-अश्विनी चौबे की सफाई- राज्य सरकार ने वशिष्ठ बाबू का कराया था इलाज, लापरवाही की बातें बेबुनियाद
ट्वीटर के जरिये नीतीश सरकार पर हमला
वहीं, एक अन्य ट्वीट में लिखा गया, "क्या बड़बोली डबल इंजन सरकार उस महान विभूति को एक एंबुलेंस तक प्रदान नहीं कर सकती थी? मीडिया में बदनामी होने के बाद क्या किसी के पार्थिव शरीर को बीच सड़क रोककर उन्हें श्रद्धांजलि देना एक मुख्यमंत्री को शोभा देता है? क्या अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान मुख्यमंत्री उन्हें कभी देखने गए?"
-
क्या बड़बोली डबल इंजन सरकार उस महान विभूति को एक ambulance तक प्रदान नहीं कर सकती थी?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 15, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
मीडिया में बदनामी होने के बाद क्या किसी के पार्थिव शरीर को सड़क बीच रोककर उसे श्र्द्धांजलि देना एक मुख्यमंत्री को शोभा देता है? क्या अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान CM उन्हें कभी देखने गए?
">क्या बड़बोली डबल इंजन सरकार उस महान विभूति को एक ambulance तक प्रदान नहीं कर सकती थी?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 15, 2019
मीडिया में बदनामी होने के बाद क्या किसी के पार्थिव शरीर को सड़क बीच रोककर उसे श्र्द्धांजलि देना एक मुख्यमंत्री को शोभा देता है? क्या अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान CM उन्हें कभी देखने गए?क्या बड़बोली डबल इंजन सरकार उस महान विभूति को एक ambulance तक प्रदान नहीं कर सकती थी?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 15, 2019
मीडिया में बदनामी होने के बाद क्या किसी के पार्थिव शरीर को सड़क बीच रोककर उसे श्र्द्धांजलि देना एक मुख्यमंत्री को शोभा देता है? क्या अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान CM उन्हें कभी देखने गए?
लालू प्रसाद ने वशिष्ठ बाबू को दी श्रद्धांजलि
अन्य ट्वीट में लालू प्रसाद ने राजद सरकार द्वारा वशिष्ठ नारायण सिंह के अच्छे अस्पताल में इलाज करवाने का दावा करते हुए लिखा, "हमारे कार्यकाल में मैंने उनका अच्छे से अच्छे अस्पताल में इलाज करवाया. उनकी सेवा करने वाले पारिवारिक सदस्यों को सरकारी नौकरी दी, ताकि वो पटना में उनकी अच्छे से देखभाल कर सकें. महान गणितज्ञ आदरणीय डॉक्टर वशिष्ठ बाबू को कोटि-कोटि नमन और विनम्र श्रद्धांजलि.'
-
हमारे कार्यकाल में मैंने उनका अच्छे से अच्छे अस्पताल में इलाज करवाया। उनकी सेवा करने वाले पारिवारिक सदस्यों को सरकारी नौकरी दी, ताकि वो पटना में उनकी अच्छे से देखभाल कर सकें।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 15, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
महान गणितज्ञ आदरणीय डॉ. वशिष्ठ बाबू को कोटि-कोटि नमन और विनम्र श्र्द्धांजलि।https://t.co/wY2jbixsAl
">हमारे कार्यकाल में मैंने उनका अच्छे से अच्छे अस्पताल में इलाज करवाया। उनकी सेवा करने वाले पारिवारिक सदस्यों को सरकारी नौकरी दी, ताकि वो पटना में उनकी अच्छे से देखभाल कर सकें।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 15, 2019
महान गणितज्ञ आदरणीय डॉ. वशिष्ठ बाबू को कोटि-कोटि नमन और विनम्र श्र्द्धांजलि।https://t.co/wY2jbixsAlहमारे कार्यकाल में मैंने उनका अच्छे से अच्छे अस्पताल में इलाज करवाया। उनकी सेवा करने वाले पारिवारिक सदस्यों को सरकारी नौकरी दी, ताकि वो पटना में उनकी अच्छे से देखभाल कर सकें।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 15, 2019
महान गणितज्ञ आदरणीय डॉ. वशिष्ठ बाबू को कोटि-कोटि नमन और विनम्र श्र्द्धांजलि।https://t.co/wY2jbixsAl
बता दें कि महान गणितज्ञ डॉ़क्टर वशिष्ठ नारायण सिंह का गुरुवार को पटना के पीएमसीएच अस्पताल में निधन हो गया था. उनके परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन उन्हें सही समय पर एंबुलेंस तक नहीं उपलब्ध करा सका.