रांची/पटना: मकर संक्रांति के दिन लालू प्रसाद यादव के समर्थकों ने उनकी कमी महसूस की तो दही-चूड़ा लेकर लालू से मिलने रांची के रिम्स पहुंच गए. लालू प्रसाद के निर्देश पर रिम्स के पेइंग वार्ड में 300 लोगों को चूड़ा-दही खिलाने की भी व्यवस्था की गयी थी, लेकिन जेल और अस्पताल प्रबंधन ने जब सहमति नहीं दी तो चूड़ा-दही भोज को पार्टी कार्यालय शिफ्ट किया गया.
वहीं, लालू प्रसाद ने रिम्स के कॉटेज और पेइंग वार्ड की नर्सों, मेडिकल स्टाफ, सुरक्षाकर्मियों को चूड़ा-गुड़ और तिलकुट भेंट कर मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी. इस दौरान लालू प्रसाद के अधिवक्ता प्रभात कुमार भी गुरुवार को होने वाली पेशी को लेकर बात करने रिम्स पहुंचे पर उन्हें भी बैरंग लौटना पड़ा.
परिवार से दूर मनानी पड़ी संक्रांति
यह लगातार तीसरा साल है, जब लालू प्रसाद को मकर संक्रांति पटना स्थित अपने आवास से दूर रह कर मनानी पड़ी. खास अंदाज में मकर संक्रांति मनाने वाले लालू प्रसाद चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता हैं. 15 से ज्यादा बीमारियों से ग्रसित होने के बावजूद अपनी सेवा में लगे रिम्स कर्मचारी, नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों के बीच समर्थकों के लाए गए दही-चूड़ा और तिलकुट वितरित किया गया.
ये भी पढ़ें: हेमंत सरकार में मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द, लोबिन हेंब्रम ने जताई मंत्री पद मिलने की उम्मीद
अपने वकील से भी नहीं मिल पाए लालू
लालू प्रसाद के अधिवक्ता भी चारा घोटाला मामले में डोरंडा कोषागार से हुई 139 करोड़ की अवैध निकासी मामले में सीबीआई की विशेष अदालत में गुरुवार को होने वाले 313 के बयान के लिए कोर्ट में पेशी के संबंध में बात करने के लिए रिम्स पहुंचे पर उन्हें लालू से मुलाकात के लिए इजाजत नहीं दी गयी. जेल प्रशासन से आदेश के बाद ही उनकी मुलाकात संभव बताया गया.