पटना: राष्ट्रीय जनता दल के स्थापना दिवस (RJD Foundation Day) समारोह में भाग लेने बिहार के कई जिलों से लोग राजधानी पटना पहुंचे थे. इस दौरान प्रदेश कार्यालय में कोविड गाइडलाइंस (Covid guidelines) की धज्जियां उड़ती दिखी. वहीं, कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे लालू की नकल करने वाले छोटा लालू ने एक बार फिर लालू की आवाज में उनका संदेश दिया और कहा कि बिहार आने के बाद लालू यहां की तस्वीर बदल देंगे.
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लालू की मिमिक्री (Lalu Mimicry) करने वाले कृष्णा यादव ने कहा कि 'लालू यादव ने समाज के दबे कुचले और वंचित लोगों को मुख्यधारा में लाने की कोशिश की. एक बार फिर हम लालू यादव का इंतजार कर रहे हैं कि वे आएंगे, तो बिहार का राजनीतिक परिदृश्य बदल जाएगा.'
सोशल डिस्टेंस फेल
बता दें कि राजद ने स्थापना दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया था. कार्यक्रम में नेत प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और तेज प्रताप के साथ नेताओं की पूरी भीड़ थी. इस दौरान भीड़ में सोशल डिस्टेंस पूरी तरह से फेल हो गया. कार्यक्रम के दौरान न सैनिटाइजेशन की कोई व्यवस्था रही और न ही मास्क को लेकर कोई ध्यान दिया गया.
प्रोटोकॉल की उड़ी धज्जियां
बता चले कि पार्टी के कार्यक्रम में यह दावा किया गया था कि सिर्फ चुनिंदा लोग ही यहां शामिल होंगे, क्योंकि कोरोना गाइडलाइंस का पालन करना है. इसी लिए वर्चुअल समारोह का आयोजन किया गया. लेकिन फिर भी लालू यादव को देखने और उन्हें सुनने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग राजद दफ्तर पहुंच गए. इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ती दिखी.
स्थापना दिवस समारोह के दौरान एक और खास बात नजर आई. पार्टी कार्यालय परिसर में एक स्टॉल लगा था जिस पर अगरबत्ती और अन्य पूजा सामग्री बेची जा रही थी. जानकारी के मुताबिक, लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने एलआर यानी लालू राबड़ी के नाम से अगरबत्ती और अन्य पूजन सामग्री का व्यवसाय शुरू किया है और उन्हीं की तरफ से स्टॉल लगाया गया था.
1997 में आरजेडी का गठन
आपको बताएं कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने 5 जुलाई 1997 को जनता दल से अलग होकर राष्ट्रीय जनता दल का गठन किया था. इन 25 सालों में पार्टी ने कई उतार-चढ़ाव देखें है. स्थापना के करीब 8 साल सत्ता में रही, उसके बाद से लगातार विपक्ष में ही है. हालांकि इस बीच में साल 2015 से 2017 में नीतीश कुमार की अगुवाई में साझा सरकार चलाने का अवसर जरूर मिला. वहीं मनमोहन सिंह की सरकार में 2004-2009 के दौरान लालू यादव समेत कई सांसद केंद्रीय मंत्री भी थे.
बिहार की सबसे बड़ी पार्टी
हालिया बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी 75 सीट लाकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का खाता भी नहीं खुला था. वहीं राज्यसभा में आरजेडी के 6 सदस्य और विधान परिषद में भी 6 सदस्य हैं. इसके अलावे झारखंड विधानसभा में एक विधायक हैं, जो कि वहां की हेमंत सरकार में मंत्री भी हैं.
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