पटना : आरेजडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अपने बेटे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पत्नी राबड़ी देवी के साथ मंगलवार को दिल्ली रवाना हो गए. मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को लैंड फाॅर जाॅब घोटाला मामले में लालू परिवार की पेशी दिल्ली के कोर्ट में होनी है. कोर्ट ने जो आदेश दिया है उसके अनुसार सशरीर पेश होना है और यही कारण है कि आज देर शाम एयर इंडिया के विमान से लालू यादव, तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी तीनों दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं.
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एयरपोर्ट पर एक शब्द नहीं बोले तेजस्वी : इस मामले को लेकर 17 लोगों को कोर्ट में पेश होना है और इसकी सुनवाई भी कल होनी है. इसी को लेकर आज दिल्ली रवाना हुए हैं. पटना एयरपोर्ट पर उन्होंने इस मामले पर सवाल पूछने पर पूरी तरह से चुप्पी साध रखी थी. यहां तक की जातीय गणना को लेकर जो सर्वदलीय बैठक हुई थी. उस पर भी जब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से सवाल किया गया उन्होंने इसको लेकर कुछ जवाब नहीं दिया है.
तेजस्वी यादव की संपत्ति हुई थी अटैच : अगस्त में तेजस्वी यादव की संपत्ति ईडी ने इसी मामले में अटैच की थी. उपमुख्यमंत्री की दिल्ली स्थित 6 करोड़ की संपत्ति को अटैच किया गया था. वहीं इससे पहले इसी साल 10 मार्च को लालू परिवार के सदस्यों के 15 ठिकानों पर ईडी ने रेड मारी थी.
क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम : जब लालू यादव 2004 से 2009 के बीच यूपीए सरकार में रेल मंत्री हुआ करते थे, उसी समय लैंड फॉर जॉब घोटाला भी आकार ले रहा था. लालू यादव पर आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने रेलवे में नौकरी के बदले लोगों से जमीन ली. इस मामले में 10 अक्टूबर 2022 को पुलिस ने सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की था. इससे पहले 2022 साल मई में ही लालू, राबड़ी, इनकी दो बेटियों और कुछ कर्मियों के खिलाफ सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज की थी. इन पर रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लेने का आरोप लगा था.
नौकरी के नाम पर 7 लोगों ने दी जमीन : सीबीआई के अनुसार लालू परिवार ने 7 लोगों से नौकरी के नाम पर जमीन अपने नाम कराई. 2005 में गोपालगंज के हृदयानंद चौधरी को 2005 में रेलवे में नौकरी मिली थी और उसने ब्रजनंदन राय की महुआबाग की जमीन खरीद कर लालू यादव की बेटी हेमा के नाम ट्रांसफर कर दी. वहीं 2007 में किरण देवी नाम की महिला ने मीसा के नाम एक एकटड़ 85 डिसमिल जमीन ट्रांसफर की थी. क्योंकि उसके बेटे की भी मुंबई सेंट्रल में नौकरी लगी थी. इसी तरह 2008 में महुआ बाग के कृष्ण देव राय ने परिवार के तीन लोगों की नौकरी के बदले 3375 वर्ग फीट जमीन राबड़ी देवी के नाम की.
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