पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने शुक्रवार को बिहार में हुए हिंसा को लेकर बीजेपी और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस पर जमकर हमला किया. रामनवमी के बाद भड़की हिंसा की आग पर बयानबाजी जारी है. वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी कहा कि बिहार में कोई भी सामाजिक सद्भाव और भाईचारा को बिगाड़ने की कोशिश करेगा सफल नही होगा. नीतीश कुमार इन चुनौतियों से कोई समझौता नहीं करते हैं.
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बोले ललन सिंह- 'नीतीश कुमार नहीं करेंगे कोई समझौता': सीएम नीतीश कुमार के साथ ही ललन सिंह ने भी 2018 की घटना का जिक्र किया है. दरअसल सीएम नीतीश ने अपने बयान में कहा था कि हम किसी को नहीं छोड़ते हैं. उन्होंने 2018 का जिक्र करते हुए कहा कि हमने उस वक्त एक केंद्रीय मंत्री के बेटे को गिरफ्तार किया था. वहीं ललन सिंह ने भी इसी बात का जिक्र किया और कहा कि नीतीश सरकार किसी को नहीं छोड़ते हैं.
अश्विनी चौबे के बेटे पर हुई थी कार्रवाई: दरअसल ललन सिंह ने कहा कि भागलपुर में इसी तरह से केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत ने माहौल खराब करने की कोशिश की थी. जेल की हवा खानी पड़ी थी. उस समय नीतीश कुमार एनडीए में ही थे. अमित शाह के इस बयान पर कि 40 सीट बीजेपी जीतेगी महागठबंधन का खाता नहीं खुलेगा, ललन सिंह ने कहा कि अपना देखें उनका खाता खुलेगा कि नहीं. प्रशांत किशोर के समर्थित उम्मीदवार जीतने पर ललन सिंह ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया.
बिहार हिंसा को लेकर बवाल: रामनवमी के अगले दिन सासाराम और बिहारशरीफ में दंगे हुए थे. दो पक्षों के आपस में भिड़ने के बाद इसकी आग में राजनीतिक रोटियां भी खूब सेंकी जा रही हैं. बीजेपी और महागठबंधन सरकार एक-दूसरे पर हमलावर है. ऐसे में बयानबाजियों का दौर जारी है.